‘राहुल गांधी तैयारी करके झूठ बोलते हैं…’, वोट चोरी के आरोपों पर बीजेपी का पलटवार

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को चुनाव आयोग और बीजेपी पर ‘वोट चोरी‘ का आरोप लगाया था. पिछले एक हफ़्ते से भी ज़्यादा समय से, कांग्रेस नेता राहुल गांधी भारत में चुनावी हेराफेरी के सबूत के तौर पर एक ‘परमाणु बम’ पेश करने का वादा कर रहे थे. अब इस मामले पर बीजेपी की तरफ जवाबी हमला शुरू हुआ है. केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने राहुल गांधी को निशाने पर लेते हुए तंज कसा है. उन्होंने कहा, “पिछले कई दिनों से हमारे विपक्ष के नेता राहुल गांधी परमाणु बम छोड़ने की बात कर रहे थे. सच कहा जाए तो कांग्रेस के ‘युवराज’ और देश के विपक्ष के नेता की भाषा में आक्रामकता चुनाव आयोग के अधिकारियों के लिए थी.” भूपेंद्र यादव ने कहा, “राहुल गांधी ने कहा कि जब हम सत्ता में आएंगे, तो चुनाव आयोग के बड़े और छोटे अधिकारियों को इसके परिणाम भुगतने होंगे. क्या सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ विपक्ष के नेता द्वारा इस्तेमाल की गई ऐसी भाषा उनके पद को शोभा देती है?”
उन्होंने आगे कहा कि अगर कोई हमारी सेना के शौर्य पर हमला करता है, तो वह राहुल गांधी हैं. वे सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी की आलोचना करने से भी कभी नहीं चूकते. राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ने 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को जिताने में मदद की. इंदिरा भवन स्थित कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस में लोकसभा में नेता विपक्ष ने कहा कि नरेंद्र मोदी 33 हजार से कम अंतर वाली 25 सीटों के कारण प्रधानमंत्री हैं. आंकड़ों के साथ प्रजेंटेशन में उन्होंने कर्नाटक की बेंगलुरु सेंट्रल सीट के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र का उदाहरण दिया, जहां 1,00,250 फर्जी वोट दर्ज किए गए.
उन्होंने बताया कि पार्टी के आंतरिक सर्वे में कर्नाटक में 16 सीटें जीतने की उम्मीद थी, लेकिन केवल 9 मिलीं. इसके बाद उन्होंने सात अप्रत्याशित हारी सीटों पर फोकस किया. बेंगलुरु सेंट्रल में बीजेपी को 6,58,915 और कांग्रेस को 6,26,208 वोट मिले. यानी बीजेपी 32,707 वोटों से जीती. महादेवपुरा में बीजेपी ने 1,14,046 वोटों की बढ़त ली, जबकि बाकी विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस को ज्यादा वोट मिले. सीनियर कांग्रेस नेता ने बताया कि कांग्रेस ने छह महीने में महादेवपुरा विधानसभा की वोटर लिस्ट का विश्लेषण कर पांच तरह की धांधलियां पकड़ीं. उन्होंने खुलासा किया कि यहां 11,965 मतदाता ऐसे थे जिनके नाम लिस्ट में एक से अधिक बार थे. उदाहरण के तौर पर गुरकीरत सिंह डांग का नाम चार बूथों पर दर्ज था. आदित्य श्रीवास्तव और विशाल सिंह के नाम अन्य राज्यों की वोटर लिस्ट में भी पाए गए.
इसी तरह, 40,009 मतदाता ऐसे थे जिनके पते मौजूद नहीं थे या हाउस नंबर जीरो था. राहुल गांधी ने बताया कि 10,452 मतदाताओं के पते एक जैसे थे. कई एक कमरे के घरों में 50 से 80 वोटरों के पते दर्ज थे, जबकि वहां कोई रहता नहीं था. वहीं, 4,132 मतदाताओं की या तो फोटो नहीं थी या इतनी छोटी थी कि पहचान संभव नहीं थी. राहुल गांधी ने कहा कि हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में आए आश्चर्यजनक नतीजों के बाद उनके संदेह और मजबूत हो गए. महाराष्ट्र में लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बीच एक करोड़ नए मतदाता जुड़े. उन्होंने बताया कि शाम पांच बजे के बाद मतदान प्रतिशत में असामान्य वृद्धि हुई, जबकि उस समय मतदान केंद्रों पर बड़ी संख्या में वोटर दिखाई नहीं दे रहे थे.
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ने जानबूझकर वोटर लिस्ट की मशीन-रीडेबल डिजिटल कॉपी और सीसीटीवी फुटेज देने से इनकार किया, ताकि विपक्षी दल जांच न कर सकें. उन्होंने कहा कि इन सब तथ्यों से यह स्पष्ट है कि चुनाव आयोग बीजेपी के साथ मिलकर चुनावों में धांधली कर रहा है. साथ ही, आयोग ने सीसीटीवी फुटेज तक पहुंच सीमित करने के लिए कानून में बदलाव किया.
राहुल गांधी ने कहा कि चुनाव आयोग का काम लोकतंत्र को नष्ट करना नहीं, बल्कि उसकी रक्षा करना होना चाहिए. उन्होंने इसे भारतीय संविधान के खिलाफ एक अपराध बताया. आगे उन्होंने कहा कि महादेवपुरा में डेटा विश्लेषण से एक विधानसभा क्षेत्र में हुई गड़बड़ी के स्पष्ट सबूत मिले हैं, लेकिन उनका पूरा विश्वास है कि यह क्रम पूरे देश में जारी है. राहुल गांधी ने जोर देकर कहा कि चुनाव आयोग और सत्तारूढ़ पार्टी देश के साथ एक बड़ा आपराधिक धोखा कर रहे हैं.