अबूझमाड़ के जंगल में भालू-बाघ की भिड़ंत, शावक को बचाने टाइगर से भिड़ी, कुछ देर तक चला संघर्ष..Video

छत्तीसगढ़ : अबूझमाड़ के जंगल एक मादा भालू अपने छोटे बच्चे को बचाने के लिए बाघ से भिड़ गई। कुछ देर तक भालू और बाघ के बीच संघर्ष होता है, लेकिन मादा भालू पीछे नहीं हटती। वह लगातार बाघ से भिड़ती रहती है। अंत में बाघ को हार मानकर वहां से भागना पड़ता है। छत्तीसगढ़ का नक्सल प्रभावित जिला नारायणपुर अपने जंगलों और वन्य जीवों को लेकर खास पहचान रखता है यहां अबूझमाड़ का विशाल और घना जंगल है. इसी अबूझमाड़ क्षेत्र से वन्य जीवों के संघर्ष की खूबसूरत तस्वीर सामने आई है. अबूझमाड़ में सड़क का निर्माण कराया जा रहा है. इस सड़क पर टाइगर से मादा भालू की भिड़ंत का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. सड़क के पास मौजूद एक ग्रामीण ने इस वीडियो को अपने मोबाइल में कैद कर लिया. उसके बाद यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो को लेकर दावा किया जा रहा है कि यह अबूझमाड़ का वीडियो है. जिसकी जांच वन विभाग कर रहा है. अभी वन विभाग ने इस वीडियो की पुष्टि नहीं की है.
(वीडियो को साउंड ऑन करके देखें )
एक मादा भालू अपने बच्चे को बचाने के लिए बाघ का सामना करती है और बाघ को भाग जाने पे मजबूर करती है, सवाल ये है कि हम इन्हें बचाने के लिए क्या कर रहे हैं ?
वीडियो बस्तर के नारायणपुर का है ।#wildlife pic.twitter.com/UZviSM0RpT— Yukesh Chandrakar (@youareYukesh) May 18, 2025
घने जंगलों से घिरे पांगुड़ गांव में कुछ दिन पहले एक नई सड़क का निर्माण कार्य पूरा किया गया. यहां एक मादा भालू अपने शावक के साथ सड़क पार कर रही थी, तभी एक बाघ वहां आ पहुंचा. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बाघ ने जैसे ही मादा भालू और उसके बच्चे की ओर रुख किया, वैसे ही मादा भालू ने बिना डरे बाघ से टक्कर लेना शुरू कर दिया. यह संघर्ष कुछ पलों तक चला, जिसमें मादा भालू ने अभूतपूर्व साहस दिखाते हुए बाघ को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया. इस दौरान पूरे समय भालू के शावक अपनी मां से लिपटे नजर आते रहे. ग्रामीण ने जिस वीडियो को रिकॉर्ड किया है. उसमें साफ देखा जा सकता है कि कैसे मादा भालू ने अपने शावकों की रक्षा के लिए खूंखार बाघ से टक्कर लेने का काम किया. मादा भालू के साहस से टाइगर भाग खड़ा हुआ. यह पहली बार है जब इस क्षेत्र से बाघ और भालू की लड़ाई का वीडियो सामने आया है. इस वीडियो पर नारायणपुर के वन विभाग की तरफ से प्रतिक्रिया सामने आई है. नारायणपुर वन विभाग के DFO शशिगानंद के ने वीडियो के संदर्भ में कहा कि हमे यह वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से प्राप्त हुआ है. हमने वीडियो के साथ किए जा रहे दावों की सत्यता की जांच के लिए टीम का गठन कर दिया है.