बिहार : चिराग पासवान के तेवर से टेंशन में NDA, सीट बंटवारे पर क्या चल रहा है.. जाने यहां

बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा हुए 3 दिन का वक्त गुजर चुका है. लेकिन अभी तक न तो एनडीए में और न ही महागठबंधन में सीटों को लेकर तालमेल बन पाया है. सभी दल एक-दूसरे से मोलभाव करने में जुटे हैं. चिराग पासवान की एलजेपी (आर), जीतन राम मांझी की हम बीजेपी से हार्ड बार्गेनिंग में जुटे है. दूसरी तरफ महागठबंधन में वीआईपी पार्टी के मुखिया मुकेश सहनी आरजेडी से तोलमोल में जुटे हुए हैं. कांग्रेस भी आरजेडी से सीटों को लेकर तगड़ा मोलभाव कर रही है. पार्टी इस बार जिताऊ सीटों पर नजर गड़ाए हुए है

बीजेपी अपने सहयोगी चिराग पासवान को मनाने में जुटी है. चिराग के साथ बीजेपी दूसरे दौर की बात करने वाली है. चिराग इस वक्त दिल्ली में हैं उनसे बिहार चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, विनोद तावड़े और मंगल पांडेय मिलने वाले हैं. इस बातचीत में माना जा रहा है कि कोई बीच का रास्ता निकल सकता है.उधर, चिराग ने आज कहा है कि अभी बातचीत जारी है. दूसरी तरफ नाराज चल रहे जीतन राम मांझी को मनाने के लिए खुद बीजेपी चीफ जेपी नड्डा ने बात की है. सूत्रों को मुताबिक बीजेपी मांझी को भरोसा दिला रही है कि उनका पूरा ख्याल रखा जाएगा. उधर, बीजेपी ने सभी विधानसभा सीटों पर 3-3 कैंडिडेट के नाम तैयार किए हैं. जल्द ही बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होगी और उसमें अंतिम नामों पर मुहर लग जाएगी.

बीजेपी के लिए सबसे बड़ी मुश्किल चिराग को साधने में हो रही है. चिराग बीजेपी से 30 से ज्यादा सीटों की डिमांड कर रहे हैं. चिराग ने आज कहा कि बीजेपी से बातचीत चल रही है. चिराग ने कहा कि वैसे भी मेरे ऊपर बहुत सी जिम्मेदारियां हैं. जबतक मैं मंत्री हूं तबतक मंत्रालय की भी जिम्मेदार हूं तो मैं उस काम को भी देखने जा रहा हूं.

कांग्रेस भी इस बार बिहार चुनाव में जीत के लिए पूरा जोर लगा रही है. पार्टी 2020 चुनाव के उलट इस बार जीतने वाली सीटों पर नजर गड़ाए हुई है. पार्टी आरजेडी से इसपर तगड़ा मोलभाव कर रही है. बिहार में कांग्रेस को इस बार 55 सीटें मिल सकती हैं. पार्टी ने 25 कैंडिडेट के नाम भी फाइनल कर लिए हैं. जैसे ही सीट बंटवारा फाइनल होगा वैसे ही सारे नामों की घोषणा कर दिया जाएगा.

बुधवार को रामविलास पासवान की पुण्यतिथि थी। उनका निधन आठ अक्टूबर 2020 को हुआ था। इस मौके पर चिराग पासवान ने कहा कि आज मेरा पूरा परिवार यहां पर है। मैं हूं और पापा की यादें हैं। बोले, जब पिताजी का निधन हुआ था, यकीनन वह कठिन समय थामैंनेपहले हार मानी थी और न अबएक बार फिर चुनाव का समय हैबिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट, के संकल्प के साथ पिताजी (रामविलास पासवान) के सपने को धरातल पर उतारने का कार्य कर रहे हैं। यहां से इसी संकल्प के साथ चुनावी ‘रण’ में उतरने का कार्य करेंगे। पिताजी का नए बिहार का, विकसित बिहार का सपना था। उन्होंने कहा कि मेरे बारे में जो चर्चा रोज सुनते हैं, आज चिराग नाराज है, आज खुश है, आज चिराग ने इतनी सीटों की मांग की है, एक बात स्पष्ट कर दूं, सही समय पर सही फैसला लिया जाएगा।

उन्होंने विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा के रिस्पॉन्स पर कहा कि सारी बातें बहुत जल्द ही स्पष्ट हो जाएगी। जब उनसे बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए में सीट शेयरिंग के सवाल पर पूछा गया, तो उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि जब फाइनल हो जाएगा, तो आप लोगों को जानकारी दे दी जाएगी।

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