छत्तीसगढ़ के खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने डाॅ रमन को मोटा कहा है। उन्होंने कहा- दोनों को खड़ा कर दिया जाए, भूपेश बघेज जी को और डॉ रमन सिंह जी को। देखकर बता देंगे कि कौन मोटा है, कौन माल खाया है । वो 15 साल तक खाया है। कौन मोटाया है कौन मुसवा (चूहा) से शेर टाइप मोटा हुआ है दिख जाएगा। जो 15 साल माल खाया है वो मोटाया है।
दरअसल डॉ रमन सिंह कांकेर की सभा में चूहे से शेर बनने की एक छोटी सी कहानी सुनाकर कांग्रेस नेताओं घेरने का प्रयास किया था। इसी वजह से अब ये मुद्दा प्रदेश में बड़ी सियासी बहस खड़ी किए हुए है। शुक्रवार को प्रदेश के धान खरीदी और अनाज स्टॉक पर प्रेस कॉन्फ्रेंस लेने आए मंत्री खुद को इस मामले में बोलने और रमन सिंह पर सियासी तीर फेंकने से रोक न सके।
छत्तीसगढ़ के खाद्य एवं सांस्कृतिक मंत्री अमरजीत भगत ने पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के बयान पर दी प्रतिक्रिया। @chauchakmedia @drramansingh @bhupeshbaghel @amarjeetcg @ChhattisgarhCMO #Chattisgarh#अमरजीत_भगत_छत्तीसगढ#अमरजीत_भगत pic.twitter.com/0TDuBziWyx
— चउचक मीडिया (@chauchakmedia) November 19, 2022
मीडिया को अमरजीत भगत ने जानकारी देते हुए कहा- राज्य में बिना किसी व्यवधान के समस्त राशनकार्डधारियों को उनकी पात्रता के अनुसार उचित मूल्य दुकानों से राशन का वितरण किया जा रहा है। सभी राशन दुकानों का स्टाक मिलान कर इसकी जानकारी शीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश भी जिला स्तरीय अधिकारियों को देने के निर्देश दिए गए हैं।
मंत्री ने कहा कि पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत राशन आबंटन एवं वितरण संबंधी स्टाक मिलान की जानकारी 14 नवम्बर तक मांगी गई है। उन्होंने कहा कि नवम्बर माह में अन्त्योदय तथा प्राथमिकता वाले राशनकार्ड धारियों को निःशुल्क चावल दिया जा रहा है। इसके संबंध में व्यापक प्रचार के भी निर्देश दिए गए हैं।
मंत्री भगत ने बताया कि आज की स्थिति में प्रदेश में 13,415 उचित मूल्य दुकानें संचालित है। जिला खाद्य कार्यालय द्वारा 9,612 उचित मूल्य दुकानों का माह सितंबर 2022 हेतु अंतिम स्टॉक की डेटा एन्ट्री की गई है तथा कुछ जिलों द्वारा इस कार्यवाही हेतु अतिरिक्त समय चाहा गया है।
प्रदेश में 63.24 लाख गरीब राशनकार्डधारी परिवार हैं, जिन्हें निःशुल्क चावल दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत शासकीय उचित मूल्य की दुकानों के माध्यम से राशन कार्डधारियों को राशन वितरण का कार्य निरंतर जारी है।