GST 2.0 का फायदा गिनाने CM विष्णुदेव साय निकले सड़कों पर, MG रोड में कारोबारियों-खरीददारों से की बात

जीएसटी दरों में कटौती लागू होने के बाद प्रदेशभर में भारतीय जनता पार्टी ने इसे बड़े अभियान के रूप में लिया है। जरूरत की 90 प्रतिशत से ज्यादा चीजें सस्ती होने से बाजारों में उत्साह का माहौल है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कल मंगलवार को राजधानी रायपुर के एमजी रोड एवं आसपास के प्रमुख बाजारों का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने व्यापारियों और उपभोक्ताओं से संवाद कर पूछा सामान सस्ते दामों में मिल रहा है या नहीं। मुख्यमंत्री के आते ही पूरे बाजार का वातावरण उल्लास और उत्साह से भर गया। जगह-जगह व्यापारियों और नागरिकों ने उनका स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने दुकानदारों और उपभोक्ताओं से पूछा कि नई जीएसटी व्यवस्था से कितना बड़ा लाभ मिला है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जयस्तंभ चौक से महात्मा गांधी मार्ग होते हुए गुरुनानक चौक तक पैदल बाजार भ्रमण किया। जीएसटी बचत उत्सव का जायजा लेने विभिन्न प्रतिष्ठानों में पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने दुकानों में बचत उत्सव के स्टीकर भी लगाए और स्थानीय दुकानदारों एवं ग्राहकों से चर्चा की। सीएम ने कहा कि जीएसटी सुधार से देश की आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी, जिससे स्थानीय रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा। मुख्यमंत्री इलेक्ट्रॉनिक्स दुकान में खरीददारी करने आई ऋचा ठाकुर ने कहा कि जीएसटी में कटौती से उनको फायदा मिला या नहीं? महिला ने सीएम से कहा-वह अपने हॉस्टल के लिए 5 एसी खरीदने आई हैं। पहले 35,000 रुपये प्रति एसी की कीमत वाले उत्पाद अब कटौती और डिस्काउंट के बाद 30,000 रुपये में मिले, जिससे एक बार में ही 25,000 रुपये की बचत हुई। सीएम ने बचत उत्सव के दौरान ग्राहकों के लाभ की जानकारी ली।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि नवरात्रि पर्व और जीएसटी दरों में ऐतिहासिक कटौती का यह संयोग व्यापार और उपभोक्ताओं दोनों के लिए किसी उत्सव से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में कर प्रणाली और अधिक पारदर्शी एवं सरल बनी है। इससे न केवल व्यापारियों को सुविधा होगी बल्कि आम उपभोक्ताओं की जेब में भी प्रत्यक्ष बचत होगी।
सीएम ने कहा- अब केवल दो स्लैब रह गए हैं। आवश्यक वस्तुएं जैसे साबुन, टूथपेस्ट, साइकिल और रसोई सामग्री अब मात्र 5 प्रतिशत कर पर उपलब्ध होंगी, जिससे हर परिवार की 3,000 से 5,000 रुपये की बचत होगी। इसी प्रकार ब्रेड, दूध, पैक्ड नमकीन और चना जैसी खाद्य वस्तुएं पूरी तरह करमुक्त हो गई हैं, जिससे सालाना ढाई से साढ़े तीन हजार रुपये तक की बचत होगी।