छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में एक बार फिर से सिटी बसों का संचालन शुरू किया जाएगा। 15 अगस्त से 10 सिटी बसें चलेंगी। इन बसों का रूट दरभा से बस्तर और ओडिशा सीमा तक का होगा। चित्रकोट और तीरथगढ़ तक भी चलेंगी। खास बात यह है कि इन सिटी बसों में नक्सल पीड़ित परिवार को किराये में 50 प्रतिशत की छूट मिलेगी। प्राइवेट बस, ऑटो और टैक्सी की तुलना में इसका किराया कम होगा। किलोमीटर के हिसाब से किराया तय किया जाएगा।
दरअसल, बस्तर जिले में सालभर से सिटी बस सेवा बंद थी। अधिकारियों की माने तो साल 2015-16 में जिले में 10 सिटी बसों का संचालन शुरू किया गया था। मेंटेनेंस के अभाव में सभी बसें खराब पड़ी थी। हालांकि, इक्का-दुक्का बस जरूर चल रही थी। लोग लगातार बसों के संचालन की मांग कर रहे थे। इसके बाद 12 लाख से अधिक की राशि खर्च कर सभी बसों का मेंटेनेंस किया गया है। 15 अगस्त से यात्री इस सेवा का नियमित रूप से लाभ ले सकेंगे।
35 सीटर इन यात्री बसों का लाभ सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक लोग ले पाएंगे। इस बस में महिलाओं, निशक्तजनों और वृद्ध जनों के लिए सीटें आरक्षित की गईं हैं। निशक्त, नेत्रहीनों, 80 साल या इससे अधिक उम्र के लोगों को प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा। साथ ही नक्सल पीड़ित परिवार के सदस्यों और एड्स रोगियों को किराये में 50% की छूट दी जाएगी।
इन बसों का संचालन छ्त्तीसगढ़-ओडिशा सीमा में धनपुंजी, नगरनार तक होगा। रोज जगदलपुर तक का सफर करने वाले ओडिशा के व्यापारियों और सीमा इलाके के इन गांवों से शहर आने वाले लोगों को सबसे ज्यादा फायदा मिलेगा। इसके अलावा बस्तर, भानपुरी, कोंडागांव और दंतेवाड़ा रूट में भी बसों का संचालन होगा। दरभा क्षेत्र में भी बसें दौड़ेंगी। निगम आयुक्त दिनेश नाग ने बताया कि कुछ बसें एक जिले को दूसरे जिले में भी चलेंगी।
बस्तर में चित्रकोट और तीरथगढ़ वाटरफॉल का खूबसूरत नजारा देखने के लिए दूर-दराज से पर्यटक पहुंचते हैं। जिनसे प्राइवेट टैक्सी संचालक मन माना किराया वसूलते हैं। अब पर्यटकों के सहूलियत के लिए 2 यात्री बसें आरक्षित की जाएगी। जगदलपुर शहर से 36 किमी दूर चित्रकोट जाने वालों के लिए अनुपमा चौक और 42 किमी दूर तीरथगढ़ जाने वाले पर्यटकों के लिए बस स्टैंड में बसें खड़ी रहेंगी। दिन में 2 से तीन चक्कर लगाएंगी। फिलहाल अभी इन बसों का समय निर्धारित नहीं किया गया है।