रायपुर में एक साल से बिक रहा था गौ-मांस, डायरी में तारीख के साथ मिला हिसाब-किताब

क्षेत्रीय

छत्तीसगढ़ में गायों के अवैध परिवहन और मांस बेचने पर बैन लगा हुआ है। इसके बावजूद रायपुर के मोमिनपारा में पिछले एक साल से गायों को मारकर मांस बेचा जा रहा था। जब हिंदू संगठन ने हंगामा किया, तब इसका खुलासा हुआ पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है वही जानकारी है कि उक्त आरोपी पुलिस के रेड पड़ते ही फरार हो गए थे। वही दूसरी तरफ उक्त मामले में देर रात तक आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर गौ-सेवकों ने जमकर हंगामा किया।

रायपुर SSP कि माने तो गौ मांस की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने एक स्पेशल टीम का गठन किया और मोमिनपारा के मकान पर रेड मारा जहां बड़ी संख्या में गौ सेवक भी उपस्थित थे, वही पुलिस उक्त रेड कार्रवाई में घर से कई टुकड़ों में गौ-मांस मिला साथ ही तीन कमरों में गौ-मांस काटने का काम चल रहा था। वही मौके से तराजू, काटने का सामान और सप्लाई होने वालों की लिस्ट मिली है बताया जा रहा है कि पुलिस ने घर के पास में ही खड़े एक ऑटो को भी जब्त किया है जिसमें खून के धब्बे मिले हैं। इस मामले में पुलिस ने मौके से समीर मंडल नाम के व्यक्ति को हिरासत में लिया था जिसके बाद उससे कड़ाई से पूछताछ की तो उसने खुर्शीद अली, मोह. मुन्तजीर हैदर, अशफाक अली, अरमान हैदर और मोह. ईरशाद कुरैशी के साथ मिलकर गौमांस की बिक्री करना बताया, जिस पर पुलिस ने सभी 6 आरोपियों को अलग-अलग ठिकानों से गिरफ्तार कर लिया। साथ ही बतादे कि आरोपी के घर से एक डायरी मिली है जिस पर क्लाइंट और उनको सप्लाई होने वाले गौ-मांस की क्वांटिटी लिखी हुई है जिसे पुलिस ने अपने कब्जे में लिया और खुर्शीद अली नामक शख्स का आईडी कार्ड भी बरामद किया है।

गुरुवार की रात गौ-मांस मिलने की जानकारी जैसी ही सोशल मीडिया पर वायरल हुई, बड़ी संख्या में अलग-अलग हिन्दू संगठन से जुड़े युवा और नेता मौके पर पहुंच गए वही दूसरी तरफ उक्त माहौल को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स इलाके में तैनात की गई थी।