पाकिस्तान में बाढ़ से भीषण तबाही, 40 साल बाद लाहौर शहर भी डूबा, 24 घंटे में 22 की मौत

पाकिस्तान में बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है बाढ़ का पानी लाहौर शहर तक पहुंच गया है। शहर के कई आवासीय इलाके बाढ़ के पानी में पूरी तरह डूब गया है। वहीं, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में दशकों की सबसे भयानक बाढ़ ने तबाही मचाई है, जिससे करीब 14 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। बीते 24 घंटे में 22 लोगों की जान चली गई और कई रिहायशी इलाके पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं। पाकिस्तान की सबसे ज्यादा आबादी वाला पंजाब प्रांत बीते एक सप्ताह से भीषण बाढ़ से जूझ रहा है। 1,700 गांव बाढ़ के पानी में डूब गया है और हजारों एकड़ की फसलें बर्बाद हो चुकी हैं। बाढ़ से अब तक सैकड़ों लोग मारे गए और हजारों की संपत्ति तबाह हो गई है। सेना की मदद से अब तक दस लाख से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। सतलुज, रावी और चिनाब नदियों में आई भीषण बाढ़ ने हालात को और खराब कर दिया है।
बाढ़ का पानी अब पाकिस्तान के सबसे प्रमुखों शहरों में से एक लाहौर तक पहुंच गया है। शहर के कई रिहायशी इलाके पूरी तरह जलमग्न हो गया है। लाहौर शहर का कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे है। वीडिया में जहां तक नजरें जा रही है पानी ही पानी नजर आ रहा है। ऊंची-ऊंची इमारतें पानी में डूब गई है। लोग अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थान पर चले गए हैं। लाहौर के डिप्टी कमिश्नर सैयद मूसा रजा ने बताया कि लगातार बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं। बाढ़ पूर्वानुमान विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 48 घंटों में चिनाब नदी से सात से आठ लाख क्यूसेक पानी गुजर सकता है, जिससे भारी नुकसान का खतरा बढ़ गया है। सरकार ने करतारपुर कॉरिडोर, जिसमें गुरुद्वारा दरबार साहिब शामिल है, से बाढ़ का पानी हटाने की घोषणा की है। कुछ दिन पहले वहां पानी भरने से 150 सिख यात्री और अधिकारी फंस गए थे, जिन्हें हेलीकॉप्टर और नावों से बचाया गया। सरकार ने कहा कि अगले सप्ताह की शुरुआत में कॉरिडोर को फिर से खोल दिया जाएगा।