राज्यसभा में धनखड़-खड़गे के बीच बहस, सभापति ने कहा- सदन की मर्यादा रखें, खड़गे बोले- मुझे मत सिखाइए

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संसद के शीतकालीन सत्र का आज पहला दिन था। राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ और लीडर ऑफ अपोजिशन (LoP) मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच बहस हुई। धनखड़ ने खड़गे से कहा कि, हमारे संविधान को 75 साल पूरे हो रहे हैं। उम्मीद है आप इसकी मर्यादा रखेंगे। इस पर खड़गे ने जवाब दिया कि, इन 75 सालों में मेरा योगदान भी 54 साल का है। तो आप मुझे मत सिखाइए। इस पर धनखड़ ने कहा कि, मैं आपको इतना सम्मान देता हूं और आप ऐसा बोल रहे हैं। मुझे दुख पहुंचा है। इसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही 27 नवंबर तक के लिए स्थगित कर दी गई। उधर लोकसभा की कार्यवाही भी पूरी नहीं हो सकी। विपक्ष के नेता अडाणी मुद्दे पर हंगामा करते रहे। सदन को 27 नवंबर तक के लिए स्थगित कर दिया गया। इस बार सत्र में अडाणी, मणिपुर हिंसा और ट्रेन दुर्घटनाओं पर हंगामे के आसार हैं। अमेरिका की न्यूयॉर्क फेडरल कोर्ट ने गौतम अडाणी पर सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को लगभग 2,200 करोड़ रुपए की रिश्वत देने की पेशकश का आरोप लगाया है। राहुल गांधी ने इस मामले पर JPC की मांग रखी है।

राज्यसभा में सुबह 11 बजे कार्यवाही शुरू होने के बाद जैसे ही सभापति जगदीप धनखड़ ने बोलना बंद किया तो विपक्ष के नेता चिल्लाने लगे कि, LOP को बोलने दीजिए। इस पर धनखड़ ने कहा कि मुझे बोले हुए अभी एक सेंकेंड भी नहीं हुआ और आप लोग चिल्लाने लगे। इससे विपक्ष नेता की गरिमा को नुकसान पहुंचता है। हमारे संविधान को इस साल 75 साल पूरे हो रहे हैं। आपको कुछ तो मर्यादा रखनी चाहिए। इस पर खड़गे खड़े होकर बोले कि उन 75 सालों में मेरा योगदान भी 54 साल का है, तो आप मुझे मत सिखाइए। इस पर धनखड़ ने कहा कि, मैं आपको इतना सम्मान देता हूं और आप ऐसा बोल रहे हैं। मुझे दुख पहुंचा है।