जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में धराली जैसी आपदा, बादल फटने से 12 की मौत की आशंका

जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के पड्डर सब-डिवीज़न में बादल फटने का मामला सामने आया है. पड्डर के चिशोती गांव में मचैल माता मंदिर के पास बादल फटा है, जहां पर लोग धार्मिक यात्रा के लिए इकट्ठा हुए थे. बादल फटने की घटना के बाद इलाके में अचानक बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. घटना होने के बाद मौके पर बचाव कार्य शुरू हुआ किया गया है. इसके साथ ही, कश्मीर के राजौरी और मेंढर से भी बाद फटने की जानकारी सामने आई है किश्तवाड़ की घटना में 12 लोगों की मौत की आशंका है और कई लोग लापता बताए जा रहे हैं. लोग धार्मिक यात्रा के लिए मौके पर जुटे हुए थे, मौके पर टेंट लगे हुए थे और श्रद्धालुओं के रुकने की व्यवस्था की गई थी, तभी अचानक बादल फटने की घटना हुई. बादल फटने वाली जगह तक जाने वाली सड़क बह गई है. बचाव दल घटनास्थल पर पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं. जानकारी के मुताबिक, जिस इलाके में आपदा आई है, वहां पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने में बेहद मुश्किलों का सामना करना पड़ा है. इस गांव में आबादी संख्या काफी ज्यादा है और बादल फटने की घटना के बाद आधे से ज्यादा गांव बह गया है. रास्ते तबाह हो गए हैं, जिससे रेस्क्यू टीमों को मौके पर पहुंचने में बेहद मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है.घटना की जनकारी मिलने के बाद मोदी सरकार में मंत्री जितेंद्र सिंह ने स्थानीय अधिकारियों से बात की और घटना की जानकारी हासिल की. उन्होंने बताया कि प्रशासन ने मौके पर राहत कार्य के लिए कार्यवाही शुरू की है. उपायुक्त किश्तवाड़ ने तुरंत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) किश्तवाड़ और अन्य संबंधित विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर एक टीम घटनास्थल पर भेजी. रेड क्रॉस की टीम भी राहत सामग्री के साथ घटनास्थल पर पहुंच गई है.
एजेंसी के मुताबिक, किश्तवाड़ के उपायुक्त ने बताया, “किश्तवाड़ के चशोती इलाके में अचानक बाढ़ आ गई है, जो मचैल माता यात्रा का प्रारंभिक बिंदु है. बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है.”