साइबर फ्रॉड कथित एजेंटों के जरिये सीधे-सादे लोगों से बैंक खाते खुलवा रहे हैं। इसके एवज में या तो उन्हें किराया दिया जा रहा है या फिर एकमुश्त कमीशन। गृह मंत्रालय के निर्देश पर अब ऐसे ही खाताधारकों और एजेंटो को पकड़ा जा रहा है। दुर्ग पुलिस ने अभियान चलकर 35 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बैंक खातों में ठगी के पैसों का हेरफेर म्यूल अकाउंट की तस्दीक कर लेने के बाद एसीसीयू दुर्ग एवं थाना मोहन नगर पुलिस टीम ने 35 आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की। अब तक 2 करोड़ 85 लाख का ट्रांजेक्शन होना पाया गया है। इनमे 15 खाताधारकों एवं 20 खाता उपलब्ध कराने वालों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। पुलिस ने बताया कि भारत सरकार गृह मंत्रालय द्वारा संचालित समन्वय पोर्टल के माध्यम से थाना मोहन नगर क्षेत्र के कर्नाटका बैंक शाखा स्टेशन रोड दुर्ग म्यूल एकांउट खाताधारकों का अवलोकन पर पाया गया कि कर्नाटका बैंक शाखा, ग्राउंड फ्लोर, ज्वाइन हैंड्स, स्टेशन रोड में कुल 111 कर्नाटका बैंक खाताधारकों के एकाउंट में देश के अलग-अलग राज्यों में अनेक लोगों से हुए सायबर फ्राड का कुल रकम करीब 86,33,247 रुपये को 111 खातों में प्राप्त किया गया है। अवैध धन लाभ अर्जित करने के लिए बैंक खातों का इस्तेमाल कर रकम प्राप्त करना पाया गया तथा उन खातो में ऑनलाइन ठगी के रकम प्राप्त हुई है। इन खातों के संबंध में दिगर राज्यों से ऑनलाइन शिकायत पंजीबद्ध होना पाया गया है। संदिग्ध उक्त कुल 111 बैंक खातों का उपयोग ऑनलाइन ठगी के रकम प्राप्त करने में प्रयोग होने व अवैध धन लाभ अर्जित करने के लिए उपयोग में लिया जाना तथा उपरोक्त खाताधारकों द्वारा यह जानते हुए कि उक्त रकम छल से प्राप्त किया गया है तथा कई खाते जिसमें साईबर फ्राड के पैसे एक से अधिक बार जमा हुए है। उपरोक्त खाता धारको द्वारा अपराधिक षडयंत्र कर साईबर फ्राड कर अवैध धन अर्जित करना पाए जाने से उपरोक्त कुल 111 कर्नाटका बैंक म्यूल खाताधारकों के विरुद्ध कार्रवाई की गई है। आरोपियों ने देश के अलग अलग हिस्सों से साइबर ठगी की राशि को अपने एकाउंट में लेना स्वीकार किया। बैंक खाता को किराये पर देने एवं किराये पर लेने वाले के उपर भी कार्रवाई की गई।