बड़ी खबर : EPFO 3.0 जल्‍द होगा लॉन्‍च…UPI से ATM तक होंगे ये बड़े बदलाव

कर्मचारी भविष्‍य निधि संगठन (EPFO) जल्‍द ही कुछ बड़े बदलाव करने जा रहा है. पीएम इकोनॉमी एडवाइजर काउंसिल के सदस्‍य इकोनॉमिस्‍ट संजीव सान्‍याल ने EPFO में बड़े बदलाव होने का संकेत दिया है. उन्‍होंने कहा कि EPFO के काम में रुकावटों को दूर करने का एक बड़ा प्रयास चल रहा है. इसके शुरू होने और सिस्‍टम के स्थिर होने के बाद फीडबैक का इंतजार रहेगा. संजीव सान्‍याल ने संकेत दिया कि EPFO सिस्‍टम में बड़े बदलाव हो सकते हैं और इसी साल शुरू होने की उम्‍मीद है. इस बदलाव से लाखों पीएफ अकाउंट सर्विसेज में तेजी आएगी. साथ ही खाताधारकों की पहुंच आसान बनाने के लिए इसे डिजाइन किया जा रहा है. इसे जून में ही लॉन्‍च किया जाना था, लेकिन तकनीकी परीक्षण के कारण इसमें देरी हो रही है. अभी तक इसकी नई तारीख नहीं आई है, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि इसे जल्‍द शुरू किया जाएगा.

ATM और यूपीआई से निकासी

ईपीएफओ 3.0 के बारे में सबसे बड़ी चर्चा यह है कि सदस्य अपने आधार और बैंक खातों को अपने यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) से जोड़कर एटीएम से सीधे पैसे निकाल सकेंगे. इसके अलावा, UPI के जरिए विड्रॉल भी संभव होगा. अगर इमरजेंसी में पैसों की आवश्‍यकता पड़ती है तो लंबी कागजी कार्रवाई की जगह, फटाफट काम पूरा हो जाएगा.

सुधार और क्‍लेम आसान बनाए जाएंगे – नए सिस्‍टम से ईपीएफओ सदस्यों को आज झेलनी पड़ने वाली लालफीताशाही से छुटकारा मिलने का वादा किया गया है. OTP सत्यापन का उपयोग करके ऑनलाइन अपडेट या सुधार संभव होंगे, जिससे दफ्तरों के चक्कर और लंबी कतारों से छुटकारा मिलेगा. एडवांस टेक्‍नोलॉजी से इसपर नजर भी रखना आसान हो जाएगा.

डेट क्‍लेम पर निपटान – एक और महत्वपूर्ण बदलाव मृत्यु दावों के निपटान में हुआ है. ईपीएफओ 3.0 के तहत, नॉमिनी को नाबालिगों के मामले में अभिभावक सर्टिफिकेट पेश करने की आवश्यकता नहीं होगी. इसका उद्देश्‍य सदस्‍य के परिवारों को जल्‍द और बिना परेशानी के साथ वित्तीय साहायता मिल सके.

मोबाइल को लेकर नए अपडेट – ज्‍यादातर लोग अब अपने फोन पर निर्भर हैं, EPFO 3.0 को मोबाइल-फ्रेंडली बनाया जा रहा है. सदस्य अपनी सुविधानुसार, कहीं भी, जमा राशि, खाते की शेष राशि और दावों की जांच कर सकेंगे. आसान भाषा में कहें तो जैसे-जैसे योजना लागू होने की तारीख नजदीक आ रही है. उम्‍मीदें बढ़ रही हैं कि EPFO 3.0 लंबे समय से लंबित सुधार जाएगा, जिससे सिस्‍टम न सिर्फ ज्‍यादा कुशल बनेगी, बल्कि डिजिटल फर्स्‍ट भारत की जरूरतों के अनुरूप भी बनेगी.

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