अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में दुनिया का सबसे पहला Eye Transplant किया गया। डॉक्टर्स की टीम ने पहली बार किसी इंसान की पूरी आंख को प्रत्यारोपित किया। ऑपरेशन करीब 21 घंटे चला। गुरुवार को ऑपरेशन के बाद दुनिया को इसके बारे में बताया गया। वहीं इस प्रत्यारोपण को बहुत बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है, लेकिन अभी यह नहीं कहा जा सकता है कि मरीज की आंख की रोशनी वापस आएगी या नहीं।
NYU लैंगोन हेल्थ की सर्जिकल टीम को लीड कर रहे डॉ. एडुआर्डो रोड्रिग्ज ने कहा कि सर्जरी के बाद 6 महीनों में ट्रांसप्लांट की गई आंख में अच्छी तरह से काम करने वाली रक्त वाहिकाओं और रेटिना नजर आने लगेगा। उसके बाद ही कुछ कहा जा सकेगा कि मरीज देख पाएगा या नहीं। ट्रांसप्लांट सर्जरी में 21 घंटे लगे। हमने पूरी आंख का प्रत्यारोपण किया है, यह एक बड़ा कदम है, जिसके बारे में सदियों से सोचा जाता रहा है, लेकिन यह कभी संभव नहीं हो पाया था। अब तक डॉक्टर केवल आंख की अगली परत कॉर्निया का ही प्रत्यारोपण कर पाए हैं, लेकिन अब एक पूरी आंख प्रत्यारोपित की गई है। उम्मीद है, परिणाम सकारात्मक होंगे।
आंख का प्रत्यारोपण कराने वाले शख्स का नाम एरोन जेम्स है, वे 46 साल के हैं। वे हाई वोल्टेज लाइन के करंट की चपेट में आ गए थे। इससे उनके चेहरे का बायां हिस्सा, उनकी नाक, उनका मुंह और उनकी बाईं आंख बुरी तरह नष्ट हो गई थी। कड़ी मशक्कत के बाद उनका आधा चेहरा बदल दिया गया है। हादसा साल 2021 में हुआ था, लेकिन खास बात यह रही कि उनकी दाई आंख काम कर रही थी। इसी साल 27 मई 2023 को सर्जरी करके आंख का प्रत्यारोपण किया गया। 6 महीने होने वाले हैं। सर्जरी करने वालों की टीम में करीब 140 डॉक्टर शामिल रहे। 30 साल के शख्स ने चेहरा-आंख दान किया।
जेम्स चेहरे का प्रत्यारोपण कराने वाले अमेरिका के केवल 19वें व्यक्ति हैं। उनकी 20 साल की पत्नी मेगन जेम्स ने कहती हैं कि हादसे के बाद उनकी आंख पूरी तरह निकालनी पड़ी, जिससे वे काफी तकलीफ में थे, लेकिन इस सर्जरी के बाद उन्हें देखना सुखद अहसास है। वे दान करने वाले व्यक्ति की आभारी हैं। उन्हें उम्मीद है कि जेम्स फिर से देख पाएंगे।
Surgeons in New York have performed the first-ever whole-eye transplant in a human, they announced Thursday, an accomplishment hailed as a breakthrough, even though the patient has not regained sight in the eye. https://t.co/94KL1Nyl0x pic.twitter.com/31Kgdm70gI
— Voice of America (@VOANews) November 10, 2023