मेक्सिको की पार्लियामेंट में महिला सांसदों के बीच मारपीट… एक दूसरे के बालों को पकड़कर घसीटा..VIDEO

मेक्सिको की पार्लियामेंट उस वक्त महिला सांसदों के लिए बहस की जगह मल्लयुद्ध का अड्डा बन गई, जब उनके बीच अचानक हाथा-पाई और मारपीट शुरू हो गईदेखते ही देखते महिला सांसदों ने एक दूसरे के बालों को पकड़कर घसीटना और उनको पीटना शुरू कर दिया। पार्लियामेंट में यह अप्रत्याशित घटना देखकर हर कोई हैरान हो उठाअन्य सांसद बीच-बचाव करने में जुट गए तो वहीं कुछ लोग महिलाओं के बीच हो रही इस तीखी झड़प और मारपीट को अपने मोबाइल कैमरे में कैद करने लगे। अब यह वीडियो पूरी दुनिया में वायरल हो गया है

बताया जा रहा है कि मेक्सिको सिटी के कांग्रेस (पार्लियामेंट) में सोमवार को एक बहस के दौरान महिला सांसदों के बीच भयंकर झड़प हो गई, जिसमें महिला सांसदों ने एक-दूसरे के बाल खींचे, धक्का-मुक्की की और थप्पड़ तक चले। यह घटना शहर की स्वतंत्र पारदर्शी संस्था को भंग करने और उसके कार्यों को सरकारी एजेंसी में स्थानांतरित करने के प्रस्ताव पर बहस के दौरान हुई। इससे पूरे संसद में अफरातफरी का माहौल हो गया। सत्तारूढ़ मोरेना पार्टी और राष्ट्रपति क्लाउडिया शीनबॉम की पार्टी के बहुमत ने इस सुधार को आगे बढ़ाया, जबकि विपक्षी नेशनल एक्शन पार्टी ने इसका कड़ा विरोध किया। देखते ही देखते महिला सांसदों ने एक दूसरे का बाल खींचना और थप्पड़ चलाना शुरू कर दिया। इससे हर कोई हैरान हो उठा नेशनल एक्शन पार्टी के सांसदों ने आरोप लगाया कि मोरेना ने पूर्व समझौतों का उल्लंघन किया और बहस के नियम तोड़े। विरोध स्वरूप पार्टी की महिला सांसदों ने मुख्य मंच (पोडियम) पर कब्जा कर लिया, जो मेक्सिको की विधानसभाओं में आम रणनीति है। जब मोरेना की विधायिकाएं मंच वापस लेने पहुंचीं, तो बहस हाथापाई में बदल गई। वीडियो फुटेज में दिख रहा है कि कम से कम पांच महिला सांसदों ने एक-दूसरे को धक्के मारे, बाल खींचे और थप्पड़ जड़े। अन्य सांसदों ने बीच-बचाव की कोशिश की, जबकि कुछ ने मोबाइल से घटना रिकॉर्ड की। सत्र को कुछ देर के लिए स्थगित करना पड़ा

InfoCDMX शहर की स्वतंत्र पारदर्शी संस्था है। विपक्ष ने इसे लेकर सदन का बहिस्कार किया। वहीं सत्तारूढ़ मोरेना पार्टी ने बिना विपक्ष के बहुमत से प्रस्ताव पारित कर दिया। इसके बाद InfoCDMX अब भंग हो जाएगी और उसके कार्य शहर के नियंत्रक कार्यालय में स्थानांतरित होंगे। विपक्ष का कहना है कि इससे पारदर्शिता और जवाबदेही कमजोर होगी। राष्ट्रपति क्लाउडिया शीनबॉम ने घटना की निंदा की और इसे “बुरा तमाशा” बताया। उन्होंने कहा, “असहमति जताने या मंच कब्जाने का अधिकार है, लेकिन हिंसा निंदनीय है।” दोनों पार्टियों ने एक-दूसरे पर हिंसा भड़काने का आरोप लगाया।

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