CG : जादुई कलश के नाम पर 1.94 करोड़ की ठगी, 4 आरोपी गिरफ्तार
छत्तीसगढ़ : जशपुर पुलिस ने एक बड़े फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ करते हुए उन ठगों को दबोच लिया है जो “जादुई कलश” का लालच देकर हजारों ग्रामीणों से करोड़ों रुपये ठग रहे थे। पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है, जबकि दो आरोपी अभी भी फरार बताए जा रहे हैं। पुलिस की जांच में सामने आया है कि कोरबा जिले के मंडवारानी में कथित रूप से मिला “जादुई कलश” विदेशों में अरबों रुपये में बिकने का झांसा देकर आरोपियों ने ग्रामीणों को अपने जाल में फंसाया। आर.पी. ग्रुप नाम की फर्जी कंपनी बनाकर आरोपी सदस्यता शुल्क, सिक्योरिटी मनी और प्रोसेसिंग फीस के नाम पर लोगों से 25 हजार से लेकर 70 हजार रुपये तक वसूलते थे। बदले में ग्रामीणों को भरोसा दिलाया जाता था कि कंपनी की बिक्री से हर सदस्य को 1 से 5 करोड़ रुपये तक अनुदान मिलेगा। थाना पत्थलगांव में ग्राम चिड़ौरा निवासी अमृता बाई की शिकायत पर जब जांच शुरू हुई, तो पता चला कि वर्ष 2021 से 2024 तक हजारों लोगों से ठगी की गई है। अब तक 1 करोड़ 94 लाख रुपये की रकम सामने आई है, लेकिन पुलिस का कहना है कि ठगी की राशि और भी अधिक हो सकती है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन —राजेंद्र कुमार दिव्य (46 वर्ष, कोरबा/रायपुर), तुरेंद्र कुमार दिव्य उर्फ मनीष कुमार दिव्य (38 वर्ष, कोरबा), प्रकाश चंद्र धृतलहरे (40 वर्ष, जशपुर),उपेन्द्र कुमार सारथी (56 वर्ष, सरगुजा) को गिरफ्तार किया।
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि उनके एक साथी महेंद्र बहादुर सिंह ठाकुर ने “जादुई कलश” की कहानी गढ़कर उन्हें फर्जी कंपनी बनाने और ग्रामीणों से पैसे वसूलने के लिए उकसाया था। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 13 लाख रुपये मूल्य की एक कार, मोबाइल और दस्तावेज जप्त किए हैं। फिलहाल, मुख्य साजिशकर्ता महेंद्र बहादुर सिंह ठाकुर सहित दो आरोपी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है।
