ट्रंप के प्रस्ताव पर सहमत हुआ हमास, छोड़ेगा सभी इजरायली बंधक, इजराइल भी तुरंत हमला रोकने को तैयार

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प की धमकी के 6 घंटे बाद हमास गाजा में सीजफायर को तैयार हो गया है। हमास ने कल शुक्रवार रात ऐलान किया कि वह ट्रम्प के प्लान में बताए गए फॉर्मूले के मुताबिक सभी जिंदा और मुर्दा बंदियों को रिहा करने को तैयार है। साथ ही गाजा का प्रशासन छोड़ने को भी तैयार है। हमास ने यह भी कहा कि राष्ट्रपति ट्रम्प की इस हफ्ते पेश की गई 20 पॉइंट की पीस डील के कुछ हिस्सों पर बातचीत जरूरी है। अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक हमास की तरफ से जो जवाब आया है, उसमें हथियार छोड़ने का जिक्र नहीं किया गया है। हमास के ऐलान के बाद ट्रम्प ने इजराइल को तुरंत गाजा में हमले करना बंद करने को कहा है। वहीं, इजराइल ने कहा कि वह ट्रम्प के गाजा प्लान पर काम करने के लिए तैयार है। प्रधानमंत्री नेतन्याहू के ऑफिस ने बयान जारी कर रहा कि इजराइल ट्रम्प के प्लान के पहले चरण को लागू करने के लिए तैयार है। इसके लिए वे ट्रम्प और उनकी टीम के साथ मिलकर काम करेंगे ताकि जंग खत्म हो। इसके साथ ही इजराइल गाजा में हमला रोकने को तैयार हो गया है। सरकार ने सेना को गाजा पर कब्जे की कार्रवाई को रोकने का आदेश दिया है। इसमें कहा गया है कि सिर्फ जरूरत पड़ने पर ही कार्रवाई की जाए।
हमास सभी 48 बंधकों को रिहा करने के लिए तैयार है। इनमें से 20 के जिंदा होने का दावा किया जाता है। बंधक सीजफायर लागू होने के 72 घंटे के भीतर रिहा किए जाएंगे और बदले में 2,000 से ज्यादा फिलिस्तीनी सुरक्षा कैदियों और मारे गए गाजावासियों के शव लौटाए जाएंगे। इसके बाद इजराइल गाजा से अपनी वापसी का पहला फेज पूरा करेगा। बंधकों को तब ही रिहा किया जाएगा जब जरूरी परिस्थितियां तैयार हो जाएंगी। हालांकि, हमास ने इन परिस्थितियों के बारे में और कुछ नहीं बताया है। हमास के ऐलान के बाद ट्रम्प ने वीडियो जारी कर इस दिन को बहुत खास बताया है। उन्होंने कहा है अभी भी कई मुद्दे पर काम बाकी है। उन्होंने कहा कि वे बंधकों के जल्द से जल्द घर लौटने का इंतजार कर रहे हैं। वे चाहते हैं कि बंधक जल्द से जल्द अपने मां-पिता के पास लौटें। हमास ने कहा कि गाजा का प्रशासन किसी फिलिस्तीनी समूह को सौंपने को तैयार है। इसका गठन फिलिस्तीन लोगों की सहमति और अरब-इस्लामिक देशों के समर्थन से किया जाएगा।
हमास ने साफ किया है कि वह फिलिस्तीनी लोगों के भविष्य पर होने वाली चर्चा में शामिल होना चाहता है। संगठन ने कहा कि जनता के अधिकारों से जुड़े मुद्दे पर बहस हो। हमास के पोलित ब्यूरो मेंबर मूसा अबू मरजुक ने अल जजीरा से कहा कि जब तक गाजा पर इजराइली कब्जा खत्म नहीं हो जाता वह हथियार नहीं छोड़ेगा। उन्होंने कहा कि हथियार के मुद्दे पर एक बार फिर से बातचीत होनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘हम अपने हथियार भविष्य के फिलिस्तीनी राज्य को सौंप देंगे, और जो भी गाजा पर शासन करेगा, उसके हाथ में हमारे हथियार होंगे।’
इससे पहले ट्रम्प ने 3 अक्टूबर तक हमास से सीजफायर प्लान मानने को कहा था। बाद में ट्रम्प ने इस डेडलाइन को दो दिन के लिए बढ़ाकर 5 अक्टूबर तक कर दिया।
ट्रम्प ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर धमकी दी थी कि अगर समझौता नहीं होता है, तो हमास के खिलाफ ऐसी कार्रवाई होगी जैसी कभी नहीं देखी गई। मिडिल ईस्ट में शांति किसी न किसी तरह से होगी। 29 सितंबर की रात इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से वॉशिंगटन डीसी में मुलाकात की थी। इसके बाद नेतन्याहू गाजा में सीजफायर पर सहमत हुए थे।