महाराष्ट्र में भारी बारिश से तबाही.. 24 घंटे में 10 की मौत, हजारों लोगों का रेस्क्यू

महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में भारी बारिश से जुड़ी घटनाओं में करीब दस लोगों की मौत हो गई है. अधिकारियों ने रविवार को बताया कि राज्य के कई इलाकों से 11,800 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाला गया है. एजेंसी के मुताबिक, मरने वालों में चार लोग नासिक जिले से हैं, जिनमें से तीन की मौत घर ढहने से हुई है. इसके अलावा, धाराशिव और अहिल्यानगर में दो-दो और जालना और यवतमाल में एक-एक मौत हुई है. राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक, सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में से एक मराठवाड़ा में गोदावरी नदी पर बने जयकवाड़ी बांध में पानी का प्रवाह बढ़ गया है. जलस्तर बढ़ने की वजह से अधिकारियों को बांध के सभी गेट खोलने पड़े हैं. बाढ़ के डर से छत्रपति संभाजीनगर के पैठण में करीब 7,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. छत्रपति संभाजीनगर जिले के हरसूल सर्कल में पिछले 24 घंटों में 196 मिमी बारिश दर्ज की गई है. नासिक जिले में भी चार लोगों की जान गई, जिनमें से तीन की मौत घर ढहने की वजह से हुई है. अन्य मौतें धाराशिव, अहिल्यानगर, जालना और यवतमाल में हुई हैं. अधिकारियों ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.बीड, नांदेड़ और परभणी सहित मराठवाड़ा क्षेत्र के अन्य जिलों में भी भारी बारिश हुई. मुंबई में शनिवार रात से भारी बारिश हो रही है. बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने बताया कि रविवार को शहर और उपनगरों में रुक-रुक कर भारी बारिश हुई और कुछ इलाकों में सुबह आठ बजे से दोपहर एक बजे के बीच 50 मिमी से ज्यादा बारिश दर्ज की गई.
महाराष्ट्र के ठाणे और पालघर ज़िलों में पिछले 24 घंटों में भारी बारिश दर्ज की गई. एजेंसी के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया कि ठाणे के भिवंडी तालुका में 71 परिवारों के 262 लोगों को बचाया गया. बारिश से प्रभावित मराठवाड़ा को रविवार को आंशिक राहत मिली, जबकि बीड, नांदेड़ और परभणी जिलों के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हुई. बीड में, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने आष्टी स्थित सांगवी मंदिर से फंसे 12 निवासियों को बचाया, जबकि नांदेड़ नगर निगम के अधिकार क्षेत्र में रहने वाले 970 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया.