भारतीय सेना को अपाचे हेलिकॉप्टर की पहली खेप मिली, 3 हेलिकॉप्टर अमेरिका से लाए गए

भारतीय सेना को अमेरिका से तीन अपाचे AH-64E हेलिकॉप्टरों की पहली खेप मिल गई। सेना ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी। इन्हें अमेरिका से एंटोनोव ट्रांसपोर्ट विमान में गाजियाबाद जिले के हिंडन एयर बेस लाया गया। सेना के मुताबिक, सौदे के तहत 6 अपाचे गार्डियन हेलिकॉप्टर मिलने हैं। 3 आ चुके हैं। इन्हें रेत जैसे रंग से रंगा गया है, इससे रेगिस्तानी इलाकों में छिपने में मदद मिलती है। इन हेलिकॉप्टर्स से सेना के हमला करने और ऑपरेशनल क्षमता में काफी इजाफा होगा। अपाचे हेलिकॉप्टर को पाकिस्तान के साथ लगी पश्चिमी सीमा के पास जोधपुर में तैनात किया जाएगा। भारतीय थल सेना को पहली बार अपाचे हेलिकॉप्टर मिले हैं। ये हेलिकॉप्टर दुनिया के सबसे एडवांस लड़ाकू हेलिकॉप्टरों में से हैं। भारतीय वायुसेना के पास पहले से ही 22 अपाचे हेलिकॉप्टर हैं। अपाचे अटैक हेलिकॉप्टर की दो स्क्वाड्रन पाकिस्तान और चीन सीमा पर मोर्चे पर तैनात हैं। अमेरिका ने 2020 में वायुसेना को 22 अपाचे हेलिकॉप्टर डिलीवर किए थे।
अपाचे हेलिकॉप्टर को “हवाई टैंक” कहा जाता है। भारतीय सेना ने भारत में अपाचे हेलिकॉप्टरों की पहली तस्वीरें शेयर करते हुए कहा, “भारतीय सेना के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण, क्योंकि सेना के लिए अपाचे हेलिकॉप्टरों का पहला बैच आज भारत पहुंचा। ये अत्याधुनिक प्लेटफॉर्म भारतीय सेना की ऑपरेशनल क्षमताओं को मजबूत करेंगे। अपाचे हेलिकॉप्टर्स को बोइंग कंपनी ने बनाया है। ये अब मंजूरी की प्रक्रिया से गुजरेंगे। इसके पहले इनके कई टेस्ट होंगे। ये तीन हेलिकॉप्टर भारत और अमेरिका के बीच हुए 4,168 करोड़ रुपए के सौदे का हिस्सा हैं। इसके तहत भारत को 6 अपाचे हेलिकॉप्टर मिलने हैं। यह सौदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के पहले कार्यकाल के दौरान 2020 में भारत यात्रा के दौरान हुआ था।
इस सौदे के तहत, पहला बैच मई-जून 2024 में पहुंचने वाला था, लेकिन देश दुनिया में सप्लाई लाइन में व्यवधान और भू-राजनीतिक घटनाक्रमों के कारण डिलीवरी में देरी होती रही। भारतीय वायुसेना के पास पहले से ही पंजाब के पठानकोट और असम के जोरहाट में दो अपाचे स्क्वाड्रन हैं।