ऑस्ट्रेलिया भेजने के नाम पर ठगी, ईरान में तीन भारतीय किडनैप, वीडियो कॉल कर फिरौती की मांग

पंजाब के होशियारपुर के तीन युवकों को ईरान में किडनैप कर लिया गया है। इन युवकों को ऑस्ट्रेलिया भेजने की लालच देकर एक एजेंट ने धोखे से ईरान भेज दिया। जिसके बाद 1 मई 2025 से इनका अपने परिवार से कोई संपर्क नहीं है। जानकारी के अनुसार किडनैपर्स ने वीडियो कॉल के जरिए परिवार वालों को युवकों की तस्वीरें भेजीं, जिनमें उनके शरीर पर चोट के निशान और गले पर चाकू रखा हुआ दिखाया गया है। फिरौती के रूप में कभी 55 लाख तो कभी एक करोड़ रुपये की मांग की जा रही है। सूचना के अनुसार हुस्नप्रीत, बलविंदर सिंह और एक अन्य युवक को एक एजेंट ने ऑस्ट्रेलिया में नौकरी दिलाने का लालच दिया था। एजेंट ने वीजा और यात्रा की व्यवस्था के नाम पर उनसे मोटी रकम वसूल की और उन्हें ईरान भेज दिया। वहां पहुंचते ही अपहरणकर्ताओं ने उन्हें बंधक बना लिया और परिवार से फिरौती की मांग की। वीडियो कॉल के जरिए परिवार को युवकों की तस्वीरें दिखाई गईं, जिनमें वे रस्सियों से बंधे हुए और चोटिल थे। अपहरणकर्ताओं ने पैसे न देने पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी है। एजेंट अब फरार है और परिवार ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है।
पीड़ित परिवार ने स्थानीय पुलिस और प्रशासन से मदद मांगी है। हुस्नप्रीत की मां बलविंदर कौर ने भारत सरकार से अपने बेटे को सुरक्षित लाने की अपील की है। भारतीय दूतावास ने ईरानी अधिकारियों से संपर्क कर तीनों युवकों की तलाश और सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है। दूतावास ने परिवारों को भरोसा दिलाया है कि वह इस मामले को गंभीरता से ले रहा है और लगातार ईरानी सरकार के साथ बातचीत कर रहा है।
यह मामला विदेश में नौकरी के नाम पर ठगी और मानव तस्करी के बढ़ते खतरे को उजागर करता है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे फ्रॉड में लोग आसानी से फंस जाते हैं। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि अनजान एजेंटों पर भरोसा करने से पहले उनकी विश्वसनीयता की जांच करें। इस घटना ने प्रशासन और सरकार के लिए त्वरित कार्रवाई की जरूरत को रेखांकित किया है।