कान्हा टाइगर रिजर्व में मादा बाघ की मौत, दो पत्थरों के बीच फंसी हुई मिली बाघिन

मध्यप्रदेश : मंडला जिले में स्थित कान्हा टाइगर रिजर्व में बुधवार को एक मादा बाघ की मौत की खबर है. 8 से 10 साल की बाघिन का शव दो पत्थरों के बीच फंसा हुआ मिला. ऐसीआशंका है कि तेज बारिश में हुए भूस्लखन में पत्थरों के बीच फंसने से बाघिन की मौत हुई होगी. फिलहाल, मौके पर पहुंची टाइगर रिजर्व टीम मामले की जांच कर रही है
रिपोर्ट के मुताबिक बाघिन का शव कान्हा रेंज के मुण्डीदादर वन परिक्षेत्र में सुलकुम नदी के पास मिला है. 8 से 10 वर्ष उम्र की मादा बाघ दो पत्थरों के बीच फंसी हुई मिली थी. संभावना है कि बारिश से हुए भूस्खलन में दो पत्थर के बीच फंसकर बाघिन की मौत हुई. हालांकि कान्हा टाइगर रिजर्व की टीम डॉग स्क्वाड की मदद से आसपास के क्षेत्र की जांच कर रही है बताया जाता है प्रारंभिक जांच में दो पत्थरों के बीच फंसी मिली बाघिन के सभी अंग सुरक्षित पाए गए. पोस्टमार्टम के दौरान फॉरेंसिक जांच के लिए कुछ सैंपल भेजे गए हैं, जिसके बाद ही बाघिन की मौत की असली वजह सामने आ पाएगी. फिलहाल बाघिन की मौत की वजह प्राकृतिक आपदा मानी जा रही है
इस साल कान्हा और आसपास के क्षेत्र में बाघ की यह पांचवीं मौत है. इससे पहले जनवरी में दो वर्षीय मादा बाघ, फरवरी में 13 वर्षीय बाघिन, मार्च में 5 वर्षीय एक नर बाघ और अप्रैल में 15 माह की बाघि और 6 माह की शावक की मौत हो चुकी है. इनमें से चार मौतें पार्क क्षेत्र में और एक पार्क के नजदीक सामान्य वन मंडल में हुई है.