ट्रंप के भाषण के दौरान इजरायली संसद में नारेबाजी, विरोध करने वाले को बाहर किया गया
गाजा समझौते का रास्ता साफ होने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इजरायल की संसद पहुंचे हैं. नेतन्याहू ने ट्रंप को इजरायल के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया. इसके बाद डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी स्पीच में समझौते से जुड़ी कुछ बातें कहीं. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, “20 साहसी बंधक वापस आ रहे हैं. आज बंदूकें शांत हैं, सायरन शांत हैं. ईश्वर की इच्छा से यह भूमि और क्षेत्र अनंत काल तक शांति से रहेगा.” ट्रंप ने आगे कहा कि यह सद्भाव की शुरुआत है. यह एक नए मिडिल ईस्ट का ऐतिहासिक उदय है. नेतन्याहू से निपटना आसान नहीं है, लेकिन यही उन्हें महान बनाता है. यह समय का एक बहुत ही असामान्य मोड़ था. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मिडिल ईस्ट में हालिया युद्धविराम और स्थिरता का ज़िक्र करते हुए कहा, “आसमान शांत है, बंदूकें खामोश हैं और पवित्र भूमि पर शांति है.”
डोनाल्ड ट्रंप की स्पीच के दौरान वहां पर मौजूद एक शख्स ने नारेबाजी करते हुए उनका विरोध जताया. इसके बाद उसे सुरक्षाकर्मियों ने सदन से बाहर निकाला. डोनाल्ड ट्रंप ने अरब देशों और मुस्लिम नेताओं को आभार जताया, जो बंधकों को रिहा करवाने के लिए हमास पर दबाव बनाने के लिए एक साथ आए. उन्होंने आगे कहा, “यह इज़रायल और दुनिया के लिए एक बड़ी जीत है कि ये सभी देश शांति के लिए साझेदार के रूप में एक साथ काम कर रहे हैं.”
इससे पहले इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा, “हमारे दुश्मन अब समझ गए हैं कि इजरायल कितना ताकतवर है. 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला करना एक बड़ी गलती थी.”
नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति की तारीफ करते हुए संसद में खड़े होकर तालियों की गड़गड़ाहट के बीच कहा, “मैंने कभी किसी को हमारे दोस्त डोनाल्ड ट्रंप की तरह इतनी तेजी से, निर्णायक रूप से और दृढ़ता से दुनिया को आगे बढ़ाते नहीं देखा.” इसके साथ ही, नेतन्याहू ने इज़रायली परिवारों के लिए समझौता करवाने के लिए राष्ट्रपति ट्रंप का आभार जताया.
