भारत में G20 समिट चल रहा है. इसमें अमेरिका, ब्रिटेन समेत कई देशों के नेता शामिल हो रहे हैं. इसी बीच हड़कंप तब मच गया, जब एक 14 साल के लड़के ने पुलिस को फोन कर बताया कि जामा मस्जिद के पास एक व्यक्ति बंदूक लेकर घूम रहा है. आनन-फानन में पुलिस ने इसके बारे में पता लगाया, लेकिन हकीकत कुछ और ही निकली.
पुलिस ने बताया कि 14 साल के एक लड़के ने शनिवार को जामा मस्जिद के पास बंदूकों के साथ एक व्यक्ति की मौजूदगी के बारे में कॉल कर जानकारी दी थी, लेकिन ये कॉल झूठी थी. पुलिस ने कहा कि कॉलर ने कहा कि कोई जामा मस्जिद के पास बंदूकों के साथ घूम रहा है. हमने प्रोटोकॉल के माध्यम से इसकी पुष्टि की है, लेकिन यह एक 14 वर्षीय बच्चे द्वारा की गई फर्जी कॉल थी. सब कुछ नियंत्रण में है. पुलिस रणनीतिक तैनाती के साथ जमीन पर है और वही अनुशासन बनाए रखेंगे.
बता दें कि G20 शिखर सम्मेलन को लेकर सोशल मीडिया पर फर्जी अलर्ट के आरोप में शुक्रवार को उत्तरी दिल्ली के भलस्वा डेयरी इलाके से 21 वर्षीय एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था. आरोपी ने सोशल मीडिया पर दावा किया कि बंदूकें और विस्फोटक लेकर एक ऑटो-रिक्शा प्रगति मैदान क्षेत्र की ओर जा रहा था. जहां G20 शिखर सम्मेलन आयोजित हो रहा है.
G20 जैसी हाई लेवल मीटिंग को लेकर चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है. दिल्ली पुलिस के पजास हजार जवानों से लेकर, पैरामिलिट्री फोर्स, एनएसजी और सीआरपीएफ के कमांडो तक तैनात किए गए हैं. गगनचुंबी इमारतों पर एंटी एयरक्राफ्ट गनें मुस्तैद की गई हैं. हर हरकतों पर नजर रखने के लिए 40,000 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. इतना ही नहीं चेहरा पढ़ने वाले ‘फेस रिकगनिशन’कैमरे जैसी उच्च तकनीक तक का इस्तेमाल किया जा रहा है.