ईरान की झील पर दिखा ऐसा रहस्यमयी गोल पैटर्न… एक टक देखते रह गए लोग

नेचर ऐसा दृश्य रच देती है, जिसे देखकर लगता है जैसे वो चुपचाप ब्रश उठाकर पानी पर पेंटिंग बना रही हो. इंसान लाख कोशिश कर ले, लेकिन प्रकृति की कला में वो रहस्यमयी शांति और जादू नहीं ला सकता. ईरान की मेहरालू झील से आया एक वायरल वीडियो भी ऐसा ही है, जहां फ्लेमिंगो के एक झुंड ने ऐसा पैटर्न बनाया…जिसे देखकर लोग कहने को मजबूर हो गए कि, ‘ये पक्षी नहीं…कोई आसमानी कलाकार हैं.’ फार्स प्रांत के शीराज शहर के पास बनी मेहरालू झील एक मौसमी झील है. इसके चारों ओर 2,000 मीटर तक ऊंचे पहाड़ खड़े हैं, जैसे इस झील की खूबसूरती की पहरेदारी कर रहे हों और इसी शांत झील पर नवंबर 2025 में वो नजारा दिखा, जिसने दुनिया को अचंभित कर दिया. ड्रोन फुटेज में देखा जा सकता है कि, कैसे सैकड़ों फ्लेमिंगो बिना किसी जल्दबाजी के पानी पर आगे बढ़ रहे हैं. उनकी पतली पैरों की चाल इतनी सिंक्रोनाइज थी कि दूर से देखने पर ऐसा लग रहा था जैसे झील की सतह पर कोई गुलाबी लकीर खिंच रही हो. धीरे-धीरे यह झुंड आगे बढ़ा…फिर थोड़ा रुककर एक छोटा, लेकिन बेहद सटीक गोल आकार बना लेता है. ये गोल पैटर्न इतना परफेक्ट था कि देखकर लोग पूछने लगे, ‘क्या ये बर्ड्स नेचर के जियोमेट्री मास्टर्स हैं?’

इस पूरे दृश्य में झील के कम पानी और उसमें मौजूद शैवाल ने भी कमाल किया. हरे और गुलाबी रंग की परतें झील पर मिलकर ऐसा कॉन्ट्रास्ट बनाती हैं जैसे किसी कलाकार ने दो रंगों से कैनवास सजाया हो और जब फ्लेमिंगो इन रंगों के बीच चलते हैं, तो उनकी सफेद-गुलाबी बॉडी पानी पर चमक उठती है, मानो नेचर खुद कह रही हो, ‘देखो, मेरी असली कला अभी शुरू हुई है.’ ईरान के विख्यात वीडियोग्राफर होसैन पूराकबरियन ने ड्रोन कैमरे से यह पूरा दृश्य रिकॉर्ड किया. ऊंचाई से देखकर यह दृश्य बिल्कुल किसी पेंटिंग या कविता जैसा लगता है…धीमा, शांत और बेहद रहस्यमयी. वीडियो सामने आते ही सोशल मीडिया पर लोग इसे, प्रकृति की कविता, जीवंत चित्रकारी और पृथ्वी का जादुई क्षण बताने लगे.

कुछ यूजर्स ने इस दृश्य की तुलना भगवान की कलाकारी से कर दी.एक कमेंट में यूजर ने लिखा, ‘ऐसा लगता है जैसे ईश्वर ने झील पर खुद चित्र बनाया हो.’ दूसरे यूजर ने लिखा, ‘ये पक्षी नहीं, कोई दिव्य कलाकार हैं’ और सच कहें तो ऐसी परफेक्ट नेचुरल सिमट्री देखकर किसी का भी दिल मानने लगता है कि यह दृश्य सिर्फ एक वीडियो नहीं, बल्कि प्रकृति का रहस्यमयी संदेश है.

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