छत्तीसगढ़ में 24 घंटे में कोरोना के 9 नए मरीज, कुल एक्टिव मरीज अब 28, सबसे ज्यादा 18 रायपुर में

छत्तीसगढ़ में पिछले 24 घंटे में कोविड के 9 नए मरीज मिले है। गुरुवार को रायपुर में 5 और बिलासपुर में 4 पेशेंट में कोविड की पुष्टि हुई हैं। नया वैरिएंट आने के बाद से ये एक दिन में सबसे ज्यादा आंकड़ा है। इसके साथ ही प्रदेश में कुल 30 एक्टिव मरीज हो चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार 27 मरीज होम आइसोलेशन में हैं, जबकि 1 मरीज निजी अस्पताल में भर्ती है। रायपुर में 18 एक्टिव केस हैं, जबकि बिलासपुर में 6, दुर्ग में 3 और बस्तर में 1 एक्टिव मरीज मौजूद है। कोविड के नए वैरिएंट JN.1 को लेकर राज्य हल्के अलर्ट पर है।

कोविड मामलों में बढ़ोतरी के बीच सबसे बड़ी चिंता की बात ऑक्सीजन सप्लाई को लेकर है। PM केयर फंड से बनाए गए DKS, अंबेडकर और आयुर्वेदिक कॉलेज के ऑक्सीजन लिक्विड प्लांट बंद पड़े हैं। DKS में वर्तमान में एक ही प्लांट चालू है, जिसकी क्षमता 900 लीटर/मिनट है, लेकिन यह सिर्फ 60% डिमांड पूरी कर पा रहा है। शेष 40% ऑक्सीजन अस्पताल को निजी एजेंसियों से सिलेंडर खरीदकर पूरी करनी पड़ रही है।

DKS डिप्टी सुपरिटेंडेंट डॉ. हेमंत शर्मा के अनुसार उन्हें लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट चालू करने के लिए CGMSC से NOC नहीं मिला है। ऐसे में कोविड केसों में अचानक इजाफा होने पर सरकारी व्यवस्थाएं ऑक्सीजन की पूरी आपूर्ति नहीं कर पाएंगी। मेकाहारा अस्पताल में 28 मई से कोविड ओपीडी शुरू की गई है। डॉ. आर के पांडा, हेड – पल्मोनरी मेडिसिन डिपार्टमेंट के अनुसार अब तक कोई सीरियस केस सामने नहीं आया है। 31 मरीजों का RTPCR टेस्ट किया गया है। फिलहाल स्वास्थ्यकर्मियों को फिर से कोविड ट्रीटमेंट को लेकर ट्रेनिंग दी जा रही है और 15 बेड का ICU वार्ड तैयार किया गया है।

देश में अब तक JN.1 वैरिएंट से जुड़े 4,866 मरीज मिल चुके हैं और 51 मौतें हो चुकी हैं। दिल्ली में गुरुवार को 5 महीने के एक बच्चे की मौत कोविड से होने की पुष्टि हुई है। हालांकि, कुल फैटेलिटी रेट मात्र 2% ही दर्ज किया गया है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार सर्दी-खांसी और फ्लू जैसे लक्षणों में बढ़ोतरी देखी गई है। इन्फ्लुएंजा लाइक इलनेस (ILI) और सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इलनेस (SARI) के मामलों की मॉनिटरिंग तेज़ की गई है। जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए ज़रूरत पड़ने पर एम्स रायपुर को सैंपल भेजे जाएंगे। मितानिनों के माध्यम से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में लक्षणों की पहचान और रिपोर्टिंग की जा रही है। अस्पतालों को आवश्यक दवाइयों और PPE किट्स की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed