नीतीश रेड्डी दूसरे टेस्ट में भारतीय टीम का हिस्सा होंगे, गिल गुवाहाटी जा सकते हैं
साउथ अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट से पहले ऑलराउंडर नीतीश कुमार रेड्डी को भारतीय टेस्ट टीम में वापस बुला लिया गया है। वे कोलकाता पहुंच चुके हैं, हालांकि उन्होंने प्रैक्टिस सेशन में हिस्सा नहीं लिया। शुभमन गिल टीम के साथ गुवाहाटी तो जाएंगे, लेकिन अगर उनकी चोट में दर्द बना रहा तो उन्हें इलाज और रिकवरी के लिए बेंगलुरु के BCCI सेंटर ऑफ एक्सीलेंस भेजा जा सकता है। दूसरा टेस्ट 22 नवंबर से गुवाहाटी में खेला जाएगा। रेड्डी को पहले टेस्ट से ठीक पहले रिलीज कर दिया गया था, ताकि वे भारत-ए की साउथ अफ्रीका-ए के खिलाफ सीरीज खेल सकें। BCCI ने पहले ही कहा था कि वह दूसरे टेस्ट से स्क्वॉड में जुड़ेंगे, लेकिन अब उन्हें तय समय से पहले बुला लिया गया है। दूसरे टेस्ट से पहले मंगलवार को कोलकाता में ऑप्शनल नेट सेशन रखा गया। इसमें केवल 6 प्लेयर्स ने भाग लिया।
पहले टेस्ट में भारत हारा, मैच ढाई दिन में ही खत्म पहला टेस्ट ईडन गार्डन्स में खेला गया था, जो ढाई दिन में ही खत्म हो गया। भारत को इस मैच में 30 रन से हार झेलनी पड़ी। 14 नवंबर से शुरू हुआ मुकाबला 16 नवंबर की दोपहर में ही समाप्त हो गया, जबकि इसे 18 नवंबर तक खेला जाना था। साउथ अफ्रीका ने पहली पारी में 159 और दूसरी पारी में 153 रन बनाए। राजकोट में भारत-ए के लिए पहले मैच में नीतीश रेड्डी ने 37 रन बनाए और गेंदबाजी में 1/18 का स्पैल डाला। दूसरे मैच में उन्हें मौका नहीं मिला। अब टेस्ट स्क्वॉड में वापसी के कारण वे 19 नवंबर को होने वाला तीसरा भारत-ए मैच नहीं खेल पाएंगे।
कप्तान शुभमन गिल की गर्दन की चोट पूरी तरह नहीं ठीक हुई है और उनके दूसरे टेस्ट में खेलने पर अभी भी संशय बना हुआ है। ऐसे में टीम मैनेजमेंट को एक अतिरिक्त बल्लेबाजी कवर की जरूरत पड़ सकती है। भारत के पास देवदत्त पडिक्कल और साई सुदर्शन जैसे विकल्प हैं, लेकिन दोनों बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं और टीम में पहले से ही कई लेफ्ट-हैंडर्स मौजूद हैं, जिससे मैच-अप की दिक्कत बढ़ सकती है।
ऐसी स्थिति में नीतीश रेड्डी टीम को बेहतर संतुलन दे सकते हैं। वह निचले क्रम में बल्लेबाजी करके लेफ्ट-राइट कॉम्बिनेशन बनाए रखने में मदद करेंगे और ऑलराउंड स्किल्स से टीम को अतिरिक्त विकल्प भी देंगे।
