ईरान ने मंगलवार को पाकिस्तान के बलूचिस्तान क्षेत्र में एयरस्ट्राइक की है. इस एयरस्ट्राइक में आतंकी संगठन जैश उल अदल के ठिकानों को निशाना बनाया गया है. ईरान ने पाकिस्तान पर यह हमला उसी दिन किया है जिस दिन ईरान के विदेश मंत्री ने स्विट्जरलैंड के दावोस में पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री से मुलाकात की है.
ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीर अब्दुल्लाहियन और पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर उल हक काकर के बीच मंगलवार को ही दावोस में एक मीटिंग हुई थी. मुलाकात के बाद ईरान के विदेशी मंत्री होसैन अमीर अब्दुल्लाहियन ने ईरान और पाकिस्तान के बीच संबंधों को गहरा और ऐतिहासिक बताया था. साथ ही दोनों देशों के बीच संबंधों को और बेहतर बनाने की कवायद की थी.
ईरान ने मंगलवार को कुहे सब्ज क्षेत्र में मौजूद जैश उल-अदल के आतंकवादी समूह के ठिकानों को निशाना बनाया है. इन ठिकानों पर मिसाइल और ड्रोनों से हमला कर इसे नष्ट कर दिया गया है.
आतंकी संगठन जैश उल-अदल को आर्मी ऑफ जस्टिस के नाम से भी जाना जाता है. साल 2012 में स्थापित यह संगठन एक सुन्नी आतंकवादी समूह है, जो बड़े पैमाने पर पाकिस्तान से संचालित होता है
पाकिस्तान से ऑपरेट हो रहे आतंकवादियों ने पिछले महीने ईरानी शहर रास्क में एक पुलिस स्टेशन को निशाना बनाया था. इस हमले में 11 पुलिसकर्मियों की जान चली गई थी. इसके अलावा 3 जनवरी को करमन शहर में एक और आतंकी हमला किया गया, जिसमें 90 से अधिक ईरानी नागरिकों की जान चली गई थी. ईरान ने लगभग एक महीने बाद पहलटवार करते हुए पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों पर यह हमला किया गया है. आतंकी समूह जैश उल-अदल ने इससे पहले भी कई बार पाकिस्तान से सटे सीमा क्षेत्र में ईरानी सुरक्षा बलों पर हमले किए थे. ईरान के इस हमले में दो बच्चों की जान चली गई है. वहीं, तीन अन्य घायल हैं. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बुधवार तड़के एक बयान जारी करते हुए ईरान की ओर से किए गए इस एयरस्ट्राइक को हवाई क्षेत्र का उल्लंघन करार देते हुए इसकी कड़ी निंदा की है.