प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मध्य प्रदेश के शहडोल का दौरा करने वाले हैं. इस दौरान प्रधानमंत्री जनजातीय समुदाय के साथ बातचीत करेंगे और उन्हीं के अंदाज में मोटे अनाज से बने व्यंजनों का स्वाद चखेंगे. इसी को देखते हुए पकरिया गांव की जल्दी टोला में उनके के भोज की जोर-शोर से तैयारी चल रही है l
आधिकारिक जानकारी में बताया गया है कि पीएम मोदी शनिवार को शहडोल के पकरिया गांव पहुंचेंगे. जहां वह खटिया पर बैठकर देशी अंदाज में जनजातीय समुदाय, फुटबॉल क्रांति के खिलाड़ियों, स्व-सहायता समूह की लखपति दीदियों और अन्य लोगों से बातचीत करेंगे. ऐसा पहली बार होगा जब प्रधानमंत्री देशी अंदाज में जनजातीय समुदाय के साथ जमीन पर बैठकर कोदो, भात, कुटकी खीर का आनंद लेंगे. यह पूरा कार्यक्रम भारतीय परंपरा एवं संस्कृति के अनुसार होगा जिसमें प्रधानमंत्री मोदी के भोज में मोटा अनाज (मिलेट) को विशेष प्राथमिकता दी जा रही है l
पकरिया गांव में 4700 लोग निवास करते हैं, जिसमें 2200 लोग मतदान करते हैं. गांव में 700 घर जनजातीय समाज के हैं, जिनमें गोंड समाज के 250, बैगा समाज के 255, कोल समाज के 200, पनिका समाज के 10 और अन्य समाज के लोग रहते हैं. पकरिया गांव में तीन टोला हैं, जिसमें जल्दी टोला, समदा टोला एवं सरकारी टोला शामिल हैं. पकरिया गांव का जनजातीय समुदाय काफी अद्भुत और अद्वितीय है. यहां की जनजातियों के रीति-रिवाज, खानपान, जीवन शैली सबसे अलग होता हैं, यह लोग प्रायः प्रकृति के पास रहते हैं l
पकरिया गांव के जनजाति समुदाय के भोजन में कोदो, कुटकी, ज्वार, बाजरा, सांवा, मक्का, चना, पिसी, चावल आदि अनाज शामिल हैं. यहां महुए का उपयोग खाद्य और मदिरा के लिए किया जाता है. बैगा, भारिया और सहरिया जनजातियों के लोगों को वनौषधियों का विशेष रूप से ज्ञान होता है. बता दें प्रधानमंत्री मोदी को 27 जून को शहडोल आना था लेकिन, भारी बारिश की चेतावनी के चलते यह स्थगित हो गया और उसी समय ये तय हो गया कि प्रधानमंत्री एक जुलाई को शहडोल आएंगे l