ना सिंधु का पानी मिलेगा, ना आसिम मुनीर की धमकी चलेगी…लाल किले से PM मोदी का पाकिस्तान को दो टूक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शुक्रवार को देश के 79वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित किया. उन्होंने देश को संबोधित करते हुए पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को भी बड़ा संदेश दे दिया. पीएम मोदी ने पाकिस्तान को दो टूक चेताते हुए कहा कि पीएम मोदी ने कहा कि आज मुझे लाल किले की प्राचीर से ऑपरेशन सिंदूर के वीर जांबाजों को सैल्यूट करने का अवसर मिला है. हमारे सैनिकों ने दुश्मनों को उनकी कल्पना से परे सजा दी है. 22 अप्रैल को पहलगाम में सीमा पार से आतंकियों ने जिस प्रकार का कत्ले आम किया. धर्म पूछकर लोगों को मारा. पूरा हिंदुस्तान आक्रोश से भरा हुआ था. पूरा विश्व इस संहार से चौंक गया था. ऑपरेशन सिंदूर उसी आक्रोश की अभिव्यक्ति है. उन्होंने कहा कि हमने सेना को खुली छूट दी. हमारी सेना ने वो करके दिखाया, जो कई दशकों तक भुलाया नहीं जा सकता. सैकड़ों किलोमीटर दुश्मन की धरती में घुसकर आतंकियों को नेस्तनाबूद किया. पाकिस्तान की नींद अभी उड़ी है. पाकिस्तान में हुई तबाही इतनी बड़ी है कि रोज नए खुलासे हो रहे हैं.
पीएम ने कहा कि सिंधु का समझौता एकतरफा है. भारत का पानी दुश्मनों की धरती को सींच रहा है. मेरे देश की धरती प्यासी है. पिछले कई दशक से इस समझौते ने देश के किसानों का नुकसान किया. अब हमने न्यू नॉर्मल स्थापित किया है. आतंक और आतंकियों को पालने पोसने वालों को अब हम अलग-अलग नहीं मानते. वे मानवता के समान दुश्मन हैं. अब भारत ने तय कर लिया है कि परमाणु धमकियों को हम नहीं सहेंगे. परमाणु ब्लैकमेल अब नहीं सहा जाएगा. आगे भी अगर दुश्मनों ने कोशिश जारी रखी तो हमारी सेना तय करेगी कि सेना की शर्तों पर सेना जो लक्ष्य तय करे उसे हम अमल में लाएंगे.भारत ने तय कर लिया है कि खून और पानी एक साथ नहीं बहेगा.
खून और पानी साथ-साथ नहीं बहेंगे।
सिंधु समझौता राष्ट्रहित में हमें मंज़ूर नहीं है।— Lunaram Darji (@Lunaram_darji) August 15, 2025
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत अब न तो सिंधु जल समझौते के मौजूदा स्वरूप को स्वीकार करेगा और न ही पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर की परमाणु धमकियों को बर्दाश्त करेगा. उन्होंने कहा कि किसी भी हालत में खून और पानी एक साथ नहीं बहेंगे. सिंधु समझौता एकतरफा और अन्यायपूर्ण है, जिसने सात दशकों तक भारतीय किसानों को अकल्पनीय नुकसान पहुंचाया. भारत का पानी भारत और उसके किसानों के लिए है. उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए कहा कि भारतीय सेना ने आतंकियों और उनके समर्थकों को कड़ा जवाब दिया है और भारत अब किसी भी न्यूक्लियर ब्लैकमेल को सहन नहीं करेगा. यह संदेश पाकिस्तान के लिए स्पष्ट चेतावनी थी कि भारत अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा और किसानों के हितों से कोई समझौता नहीं करेगा.