PM मोदी बोले- दुनिया के किसी नेता ने जंग नहीं रुकवाई, पाकिस्तान के DGMO ने गुहार लगाई- बस करो

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल मंगलवार को लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर बहस में हिस्सा लिया। एक घंटा 40 मिनट की स्पीच में ट्रम्प का नाम लिए बिना कहा, ‘ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दुनिया में किसी भी देश ने भारत को अपनी सुरक्षा में कार्रवाई करने से रोका नहीं है।’ उन्होंने बताया कि दुनिया के किसी भी नेता ने भारत से पाकिस्तान के खिलाफ एक्शन रोकने नहीं कहा था। पाकिस्तान के DGMO ने भारत के DGMO से हमला रोकने की गुहार लगाई थी, क्योंकि वो हमारा हमला नहीं झेल पा रहा था।’ अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प अब तक 26 बार कह चुके हैं कि भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर उन्होंने कराया। इससे पहले राहुल गांधी ने 36 मिनट स्पीच दी। कहा, ‘अगर दम है तो प्रधानमंत्री यहां सदन में यह बोल दें कि वह झूठ बोल रहे हैं। ऑपरेशन सिंदूर पर लोकसभा में 16 घंटे से ज्यादा बहस चली।’

पाकिस्तान के साथ हमारी लड़ाई तो कई बार हुई है,लेकिन पहली बार भारत ने ऐसी रणनीति बनाई, जिसमें पहले जहां कभी नहीं गए थे, वहां हम पहुंचे। पाकिस्तान के कोने-कोने में आतंकी अड्‌डों को धुआं-धुआं कर दिया। बहावलपुर, मुरीदके को भी जमींदोज कर दिया। भारत ने अपनी तकनीकी क्षमता दिखाई। पाकिस्तान के सीने पर सटीक प्रहार किया। उसके एयरबेस को भारी नुकसान हुआ। आज तक उनके कई एयरबेस ICU में पड़े हैं। दुनिया ने देख लिया है कि हमारी कार्रवाई का दायरा कितना बड़ा है। सिंदूर से लेकर सिंधु तक पाकिस्तान पर कार्रवाई की है। ऑपरेशन सिंदूर ने तय कर दिया है कि भारत पर आतंकी हमले की पाकिस्तान और उसके आकाओं को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। आप ऐसे ही नहीं जा सकते है। पाकिस्तान के DGMO ने गुहार लगाई, बस करो बहुत हो गया, अब और ज्यादा मार झेलने की ताकत नहीं। भारत ने पहले ही कह दिया था- हमने हमारा लक्ष्य पूरा कर दिया और ज्यादा करोगे तो नतीजे भुगतने तैयार रहना। मैं आज दोबारा कह रहा हूं कि यह भारत की स्पष्ट और सेना के साथ मिलकर तैयार की गई नीति थी कि हमारा लक्ष्य क्या है। हमने पहले दिन ही कहा था हमारा एक्शन नॉन एक्सेलेटरी है। दुनिया के किसी भी नेता ने भारत से पाकिस्तान के खिलाफ एक्शन रोकने नहीं कहा। मैं फिर से लोकतंत्र के इस मंदिर में दोहराना चाहता हूं। ऑपरेशन सिंदूर जारी है। पाकिस्तान ने दुस्साहस किया तो उसे करारा जवाब दिया जाएगा। आज का भारत आत्मविश्वास से भरा हुआ है। बालाकोट में एयर स्ट्राइक में जब अभिनंदन पकड़े गए तो पाकिस्तान का खुश होना स्वाभाविक था। क्योंकि उनके पास भारत की सेना का जवान था। लेकिन यहां भी कुछ लोग कानों-कानों में कह रहे थे कि अब मोदी फंसा। अब अभिनंदन को वापस लाकर दिखाए। डंके की चोट पर अभिनंदन वापस आए।

नेहरू ने कहा था मुझे उम्मीद थी कि यह समझौता अन्य समस्याओं के समाधान का रास्ता खोलेगा, लेकिन हम वहीं हैं, जहां थे। नेहरू केवल तात्कालिक प्रभाव देख पा रहे थे। इस समझौते के कारण देश बहुत पिछड़ गया। पाकिस्तान आगे दशकों तक प्रॉक्सी वॉर करता रहा। कांग्रेस की सरकारों ने बाद में भी सिंधु जल समझौते की तरफ देखा तक नहीं, नेहरू की गलती को सुधारा तक नहीं। अब भारत ने यह तय कर दिया है कि खून और पानी साथ-साथ नहीं बह सकता। कांग्रेस ने हमेशा नेशनल सिक्योरिटी से समझौता किया है। आज जो लोग पूछ रहे हैं कि PoK को वापस क्यों नहीं लिया। इसके पहले जवाब देना होगा पूछने वालों को, किसकी सरकार ने PoK पर पाकिस्तान को कब्जा करने का अवसर दिया था। जवाब साफ है। जब भी मैं नेहरू जी की चर्चा करता हूं तो कांग्रेस और उसका पूरा इकोसिस्टम बिलबिला जाता है पता नहीं ऐसा क्या है।

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