बिलासपुर में आफत की बारिश…पेंड्रा-रतनपुर मार्ग बंद, रिहायशी कॉलोनियों में भरा पानी

छत्तीसगढ़ : बिलासपुर में लगातार हो रही भारी बरसात का असर जन-जीवन पर पड़ने लगा है। बाढ़ के हालात के बीच रतनपुर-पेंड्रा मार्ग बंद हो गया है। वहीं, शहर के रिहायशी कॉलोनियों में भी बाढ़ के हालात है। लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। ग्रामीण क्षेत्र में नदी-नाले उफान पर हैं, जिससे बाढ़ आ गई है। भारी बारिश की वजह से शहर के सरकंडा, तोरवा, मोपका, मंगला, बूटापारा सहित नगर निगम क्षेत्र के कई रिहायशी कॉलोनियों में बाढ़ की स्थिति बन गई है। सरकंडा के शिवम होम्स कॉलोनी सहित आसपास के रहवासी 2 दिन से अपने घरों में कैद हैं। उनका घर से निकलना मुश्किल हो गया है। क्योंकि, गली और सड़क पर बारिश का पानी घुटनों से ऊपर बह रहा है। सोमवार को हुई बारिश के बाद कई कॉलोनियों में जलभराव हो गया। शहर में गोकने नाला के निचले क्षेत्र के साथ ही गंगानगर, श्रीकांत वर्मा मार्ग, बंधवापारा, तोरवा एरिया में 8-10 जगह पानी भरा है।
वहीं, मस्तूरी ब्लॉक के ग्राम ईटवापाली, कोटा के तेन्दूभाठा, बांसाझाल, चपोरा, मोहदा, केंदाडांड, पचरा, टोनासागर, सेमरा, तखतपुर की मनियारी नदी के किनारे कुछ गांवों के साथ ही बिल्हा के वार्ड 8 और 9 में पानी भर गया है। पानी को बाहर निकालने का दावा किया जा रहा है। बाढ़ के हालात में ग्रामीण इलाकों में राहत पहुंचाने का दावा किया जा रहा है। लेकिन, लोगों का कहना है कि सरकारी अमला कोई मदद नहीं कर रहा है। जिससे स्थिति बिगड़ने की आशंका है। भारी बारिश की वजह से तखतपुर, कोटा, मस्तूरी सहित बिल्हा में भी कहीं-कहीं पानी भर गया है। लोगों को दिक्कत हो रही है। यही वजह है कि सोमवार को कलेक्टर और एसएसपी ने देर शाम बैठक ली। ब्लॉकों से अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े थे।
कलेक्टर ने कहा कि जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती, कोई भी अधिकारी ऑफिस में नहीं रहेंगे। वे पीड़ितों के पास जाएं और उन्हें रुकवाने का इंतजाम करें। उनके नुकसान का सर्वे भी करें। लगातार बारिश होने के कारण जिले के कुछ इलाकों में स्थिति चिंताजनक होने लगी है। बावजूद इसके लोगों को मदद नहीं मिल पा रही है और बाढ़ से लोग परेशान हैं। बारिश के चलते रूट की आधा दर्जन ट्रेनें सोमवार को अपने तय समय से लेट आईं। 12950 पोरबंदर कवि गुरु सुपर फास्ट 13 घंटे 36 मिनट की देरी से रात 10.51 बजे पहुंची। 12262 मुंबई से चलने वाली दुरंतो एक्सप्रेस 7 घंटे की देरी से रात 9.52 बजे पहुंची।
13288 राजेंद्र नगर से चलने वाली साउथ बिहार एक्सप्रेस 4.45 घंटे की देरी से रात 10.15 बजे पहुंची। पुरी से हरिद्वार जाने वाली उत्कल एक्सप्रेस 8 घंटे की देरी से रात 10.15 बजे पहुंची।