गणेशोत्सव से पहले रायपुर नगर निगम की बड़ी पहल, सड़क किनारे मूर्ति बिक्री पर रोक, निगम ने दी यहां अनुमति

छत्तीसगढ़ : रायपुर में हर वर्ष गणेशोत्सव के दौरान सड़कों पर लगने वाली मूर्तियों की दुकानों से ट्रैफिक व्यवस्था बिगड़ती थी। इस समस्या से निपटने के लिए नगर निगम ने इस वर्ष एक अहम निर्णय लिया है। अब गणेश प्रतिमाओं की बिक्री सड़क किनारे नहीं की जाएगी, बल्कि शहर में निर्धारित स्थानों पर ही मूर्तिकार अपनी मूर्तियाँ बेच सकेंगे।
जोन 5 और जोन 7 के क्षेत्रों में यदि कोई मूर्तिकार सड़क किनारे मूर्तियां बेचता हुआ पाया गया, तो उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए निगम ने लाखेनगर मैदान को अधिकृत विक्रय स्थल के रूप में चिन्हित किया है। महापौर मीनल चौबे के निर्देश पर एमआईसी मेंबर दीपक जायसवाल ने जोन कमिश्नर खीरसागर नायक व राकेश शर्मा समेत अन्य अधिकारियों के साथ मूर्तिकारों की बैठक आयोजित की। इसमें मूर्तिकार संघ के अध्यक्ष शुद्ध प्रजापति, रवि प्रजापति, कुती प्रजापति और अरुण प्रजापति सहित कुम्हार समाज के प्रतिनिधि शामिल हुए। बैठक में सभी मूर्तिकारों ने निगम के प्रस्ताव पर अपनी सहमति दे दी और ट्रैफिक व्यवस्था को बनाए रखने के लिए निगम के प्रयास की सराहना की। नगर निगम अधिकारियों ने बैठक में बताया कि गणेशोत्सव के दौरान सड़क पर मूर्ति विक्रय से यातायात प्रभावित होता है, जिससे आमजन को परेशानी होती है। ऐसे में इस बार सभी जोनों में एक-एक निर्धारित स्थान पर ही मूर्तियों के विक्रय की अनुमति दी जाएगी। जोन 5 और जोन 7के कुम्हार समाज के मूर्तिकार अब ईदगाह भाठा, लाखेनगर मैदान में गणेशोत्सव से पहले मूर्तियाँ बेच सकेंगे। इससे न सिर्फ शहर की सड़कें अव्यवस्
नगर निगम ने सभी मूर्तिकारों और दुकानदारों से अपील की है कि वे निगम द्वारा निर्धारित स्थलों पर ही मूर्तियों की बिक्री करें और ट्रैफिक व्यवस्था को बनाए रखने में सहयोग करें। निगम ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि कोई नियमों का उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
रायपुर नगर निगम की यह पहल न केवल गणेशोत्सव को व्यवस्थित और शांतिपूर्ण बनाने की दिशा में एक सार्थक कदम है, बल्कि यह शहर की यातायात व्यवस्था को भी सुचारू बनाए रखने का प्रयास है।