राजस्थान : जैसलमेर में AC बस में लगी आग… 20 यात्री जिंदा जले, 5 घायलों की स्थिति और बिगड़ी

राजस्थान के जैसलमेर से जोधपुर आ रही एक प्राइवेट स्लीपर बस में मंगलवार दोपहर को लगी भीषण आग ने कम से कम 20 लोगों को जिंदा जला दिया. यह भयावह दुर्घटना जैसलमेर जिले में हुई, जिसने पूरे राज्य को स्तब्ध कर दिया. हादसे की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मृतकों के शव इस कदर जल चुके हैं कि उनकी पहचान अब केवल डीएनए जांच के जरिए ही संभव है.

आज बुधवार सुबह तक, अग्निकांड में मारे गए 19 लोगों के शवों को डीएनए सैंपलिंग के लिए जोधपुर लाया गया है. इन शवों को सीमा सुरक्षा बल (BSF) के वाहनों से लाया गया और उन्हें जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल (MGH) और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) की मोर्चरी में पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में रखवाया गया है.

जैसलमेर बस अग्निकांड की त्रासदी के बाद, जिला प्रशासन जोधपुर और जैसलमेर ने जनता से मार्मिक अपील की है. लापता हुए या जिनका कोई परिजन नहीं मिल पा रहा है, उनकी पहचान और सहायता के लिए सहयोग मांगा गया है. प्रशासन के अनुसार, मृतकों की पहचान सुनिश्चित करने के लिए उनके दो निकटतम परिजनों से डीएनए सैंपल लिए जाएंगे. इसके लिए जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल के कॉटेज संख्या 4 और 5 में, और जैसलमेर स्थित जवाहर अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में विशेष व्यवस्था की गई है. इस प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए अजमेर और बीकानेर से विशेषज्ञ टीमें जोधपुर बुलाई गई हैं.

हादसे की जानकारी मिलते ही, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री देर रात चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर, राज्यमंत्री केके बिश्नोई और शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी के साथ विशेष विमान से जैसलमेर से जोधपुर पहुंचे. उन्होंने महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती गंभीर रूप से घायल 15 यात्रियों से मुलाकात की, जिनका बर्न यूनिट में इलाज चल रहा है. दुर्भाग्यपूर्ण यह रहा कि घायलों में से एक ने अस्पताल लाते समय दम तोड़ दिया था.

चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने इस घटना को “दुर्भाग्यपूर्ण” बताते हुए कहा कि आग इतनी भीषण थी कि बस के स्लीपर कोच में फंसे लोग कूद भी नहीं पाए. उन्होंने गंभीर सुरक्षा चूक की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘इस बस में सिर्फ़ एक ही दरवाजा था, जबकि निकासी के लिए कम से कम दो दरवाजे होने चाहिए थे. इसी कारण लोग फंस गए.’ मंत्री ने पुष्टि की कि मृतकों की पहचान के लिए डीएनए जांच कराई जाएगी, और नई बस होने के बावजूद “सेफ्टी नॉर्म्स” (सुरक्षा मानकों) के पालन की गहन जांच होगी

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भी जैसलमेर बस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है. PMO इंडिया के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से जारी संदेश में कहा गया, ‘राजस्थान के जैसलमेर में हुए हादसे में लोगों की जान जाने से दुखी हूं. इस मुश्किल समय में मेरी संवेदनाएं प्रभावित लोगों और उनके परिवारों के साथ हैं. घायलों के जल्द ठीक होने की प्रार्थना करता हूं.’ प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) से ₹2 लाख और घायलों को ₹50,000 की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की है.

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