संत प्रेमानंद की बिगड़ी तबीयत, भक्तों में बढ़ी चिंता- सामने आया भावुक कर देने वाला वीडियो

वृंदावन के सबके प्रिय संत प्रेमानंद महाराज इन दिनों स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं। पिछले कुछ समय से उनकी नियमित पदयात्रा स्थगित कर दी गई है। इससे उनके लाखों भक्त चिंतित हैं। संत महाराज, जो देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं के लिए आध्यात्मिक मार्गदर्शन का स्रोत रहे हैं वे अब शारीरिक रूप से काफी कमजोर नजररहे हैं। संत प्रेमानंद महाराज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। वृंदावन में उनके सत्संग और भजन कार्यक्रम लोगों के लिए हमेशा से आकर्षण का केंद्र रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी उनकी उपस्थिति लगातार बनी रहती है और वीडियो प्रवचन के माध्यम से वे लाखों लोगों तक आध्यात्मिक ज्ञान पहुंचाते हैं।

उनके सत्संग का मुख्य उद्देश्य जीवन के सांसारिक और आध्यात्मिक पक्षों में संतुलन बनाने के साथ ही समाज में प्रेम और समरसता बनाए रखना है। उनके एकांतिक वार्तालाप के दौरान देश-दुनिया से भक्त अपने व्यक्तिगत सवाल लेकर उनके पास आते हैं। संत महाराज अपनी सरल और सहज भाषा में उन्हें जीवन के कठिन फैसलों और उलझनों का समाधान समझाते हैं। हाल ही में वायरल हुए वीडियो में देखा जा सकता है कि संत महाराज अपनी आंखें ठीक से नहीं खोल पा रहे हैं। उनकी आंखें सूजी हुई हैं और चेहरा हल्का लाल दिख रहा है। आवाज़ में भी कमजोरी और कंपकंपी महसूस हो रही है। फिर भी, उन्होंने देर रात तक भक्तों के सामने बैठकर प्रवचन दिया। इस वीडियो में महाराज ने कहा कि कठिन परिस्थितियों में भी भक्त सेवा क्यों करते हैं। उन्होंने इसे श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक बताया। उनकी यह बात न केवल भक्तों के मन को छू रही है, बल्कि उनके जीवन में धैर्य और सेवा की भावना को भी लोगों के बीच जागृत कर रही है।

संत महाराज की स्वास्थ्य स्थिति को लेकर उनके भक्त गहरी चिंता में हैं। सोशल मीडिया और स्थानीय कार्यक्रमों में श्रद्धालु उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं। वीडियो में महाराज की मेहनत और समर्पण देखकर भक्त भावुक हो गए। कई भक्तों ने लिखा कि संत की शिक्षाओं ने उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाए हैं और वे उनकी सेवा और मार्गदर्शन से प्रेरित रहते हैं। स्वास्थ्य कारणों से उनकी नियमित पदयात्रा फिलहाल अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है। यह पदयात्रा उनके भक्तों के लिए आध्यात्मिक मार्गदर्शन और सेवा का एक प्रमुख माध्यम रही है। हालांकि, संत महाराज ने डिजिटल माध्यमों और सीमित सत्संग कार्यक्रमों के जरिए अपने भक्तों से संपर्क बनाए रखा है।

उनका हालिया वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ। भक्तों ने इसे देखकर संत के समर्पण और निस्वार्थ सेवा की सराहना की। वीडियो में दिखाई देने वाली उनकी स्थिति ने भक्तों को भावुक कर दिया और उन्हें यह एहसास दिलाया कि कठिन स्वास्थ्य स्थिति के बावजूद भी सच्ची भक्ति और सेवा कभी नहीं रुकती। उनका संदेश है कि स्वास्थ्य या आयु जैसी बाधाएं भक्ति और सेवा की भावना को रोक नहीं सकतीं। कष्ट और कठिनाइयां जीवन का हिस्सा हैं। इन्हें आध्यात्मिक दृष्टि से समझना ही व्यक्ति को मानसिक और आत्मिक रूप से मजबूत बनाता है। साथ ही उनका इस स्वास्थ्य स्थिति में कहना है कि मृत्यु से भय कैसा। मृत्यु तो भगवान से मिलने का एक मार्ग है। साथ ही उनका कहना है कि यहां सब कुछ छूट जाने का भी भय नहीं। मेरा यहां अपना था ही क्या। खराब स्वास्थ्य के साथ ही इस तरह के भावुक कर देने वाले प्रेमानंद जी के वचनों को सुनकर भक्तों के बीच गहरा दुख व्यस्त है।

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