रेत का तूफान..धूल भरी आंधी ने रोकी पेरू की रफ्तार..

लीमा से लगभग 400 किमी दक्षिण में स्थित इका में चली तेज हवाओं से रेत और धूल का एक बड़ा तूफान पैदा कर दिया. इस असामान्य मौसम का असर चिली की सीमा से लगे अरेक्विपा, मोकेगुआ और टाकना क्षेत्रों में भी महसूस किया गया. हवा की गति 32 किमी प्रति घंटे तक रिकॅार्ड गई. अराकास की हवाओं ने एक असामान्य रेत का तूफान पैदा कर दिया. पेरू के कई शहरों के आसमान धूल के घने बादल से ढक गए. कई क्षेत्र में सड़कों पर यातायात बंद करना पड़ा. पेरू के इका और पाराकास जैसे रेगिस्तानी क्षेत्रों में ऐसे तूफान ‘पाराकास विंड्स’ के नाम से जाने जाते हैं. जून से सितंबर में चलने वाली तेज हवाओं के कारण ऐसे आ जाते हैं.
तेज हवाओं के कारण रेगिस्तानी रेत के उड़ने से आसमान में धूल के घने बादल बन जाते है. इस दौरान आम जनजीवन की रफ्तार थम सी जाती है. इका में आया रेत के तूफान इतना शक्तिशाली था कि इसने पूरे शहर को धूल के बादलों से ढक दिया था. तूफान के दौरान लोगों के देखने की क्षमता को लगभग शून्य कर दिया था, लोग कुछ मीटर से ज्यादा दूर तक भी नहीं देख पा रहे थे. सड़कों पर यातायात गंभीर रूप से प्रभावित हो गया था. तूफान ने पर्यटन, स्वास्थ्य, और पर्यावरण को प्रभावित किया है. तस्वीर में धूल से भरा आसमान और रेत से ढकी सड़कें दिखाई दे रही है. धूल और रेत ने घरों, दुकानों, और वाहनों सबको अपनी चपेट में लेकर ढक दिया था. लोग घरों में बंद हो गए थे, बाहर निकलने वाले लोगों को सांस लेने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था.