स्पीड पोस्ट भेजना हुआ महंगा, अब देने होंगे इतने रुपये, छात्रों को 10% की छूट

अक्टूबर का महीना कई बदलाव लेकर आया है. जहां महिना शुरू होते हीरेल टिकट रिजर्वेशन, बैंक के नियमों में बदलाव, एनपीएस में शेयरिंग, यूपीआई के नियम और एलपीजी कमर्शियल सिलिंडर की कीमतों में बढ़ोतरी के साथ ही भारतीय डाक विभाग ने स्पीड पोस्ट की दरें बढ़ा दी. जिसका सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ने वाला है. भारतीय डाक विभाग ने स्पीड पोस्ट की दरें बढ़ा दी हैं. नए टैरिफ में इनलैंड स्पीड पोस्ट (डॉक्यूमेंट) को लोकल एरिया से दूर, देश में कहीं भी भेजने के लिए बेस-प्राइस 47 रुपये तय किया गया है. ये 50 ग्राम तक के डॉक्यूमेंट/चिट्ठी/नोटिस वगैरह के लिए है. इसके बाद दूरी बढ़ने के साथ दरें भी बढ़ती जाएंगी. जैसे कि दिल्ली से मुंबई (करीब 1400 किमी) 50 ग्राम से ज्यादा और 250 ग्राम से कम वजन का कोई डॉक्यूमेंट या किताब वगैरह भेजने के लिए 72 रुपये खर्च करने होंगे. वहीं छात्रों को स्पीड पोस्ट भेजने पर 10% की छूट मिलेगी.
OTP, ट्रैकिंग समेत मिलेंगी कई सुविधाएं
इसके अलावा ओटीपी, रियल-टाइम ट्रैकिंग और ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा भी शुरू की गई है.
ग्राहक अब स्पीड पोस्ट के लिए ऑनलाइन पेमेंट कर सकते हैं. इससे काउंटर पर लंबी लाइनों और नकद लेन-देन की समस्या खत्म हो जाएगी. भुगतान तुरंत सुरक्षित और ट्रैक करने योग्य होगा. दिल्ली से मुंबई (करीब 1400 किमी) 50 ग्राम से ज्यादा और 250 ग्राम से कम वजन का कोई डॉक्यूमेंट या किताब वगैरह भेजने के लिए 72 रुपये खर्च करना होगा.
स्पीड पोस्ट में अब OTP आधारित सुरक्षित डिलीवरी सुविधा होगी. डिलीवरी सिर्फ उसी व्यक्ति को होगी जिसने OTP के जरिए पहचान पुष्टि की हो. यह सुविधा से डाक आइटम की सुरक्षा और भरोसेमंद डिलीवरी को सुनिश्चित करना है.
ग्राहकों को उनके आइटम की स्थिति पर SMS के जरिए सूचना मिलेगी. डिलीवरी की हर स्टेप पर अलर्ट भेजे जाएंगे इससे ग्राहक हमेशा अपने आइटम की लोकेशन और डिलीवरी स्टेटस चेक कर सकेंगे.