शुभमन ने गावस्कर, तेंदुलकर और कोहली के रिकॉर्ड तोड़े, इंग्लैंड में बेस्ट स्कोर, बतौर भारतीय कप्तान सबसे ज्यादा रन

इंग्लैंड के खिलाफ बर्मिंघम टेस्ट में भारत ने 587 रन बना दिए। कप्तान शुभमन गिल ने 269 रन की पारी खेलकर सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली जैसे दिग्गजों के रिकॉर्ड तोड़े। वे सबसे बड़ा स्कोर बनाने वाले भारतीय कप्तान बने। वहीं भारत ने 18 साल बाद इंग्लैंड में 500 रन का आंकड़ा पार किया। 25 की उम्र में 2 फॉर्मेट में दोहरे शतक कप्तान शुभमन गिल ने बर्मिंघम में पहले दिन शतक लगाया, जिसे दूसरे दिन उन्होंने डबल सेंचुरी में बदल दिया। 25 साल के शुभमन 269 रन बनाकर आउट हुए। यह टेस्ट में उनका पहला ही दोहरा शतक रहा। वे 23 साल की उम्र में वनडे फॉर्मेट में भी डबल सेंचुरी लगा चुके हैं। शुभमन 2 अलग-अलग फॉर्मेट में दोहरा शतक लगाने वाले सबसे युवा प्लेयर बने। उन्होंने रोहित का रिकॉर्ड तोड़ा, जिन्होंने 32 साल की उम्र में दोनों फॉर्मेट में डबल सेंचुरी लगाई थी। शुभमन इंग्लैंड में सबसे बड़ा स्कोर बनाने वाले भारतीय प्लेयर भी बने। उन्होंने सुनील गावस्कर का 46 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा। गावस्कर ने 1979 में द ओवल के मैदान पर 221 रन बनाए थे। इन 2 के अलावा राहुल द्रविड़ ही 2002 में इंग्लैंड के मैदान पर दोहरा शतक लगा सके हैं।
शुभमन एशिया के बाहर भी सबसे बड़ा स्कोर बनाने वाले भारतीय बने। उन्होंने सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ा, जिन्होंने 2004 में सिडनी के मैदान पर 241 रन बनाए थे। शुभमन की डबल सेंचुरी किसी भारतीय कप्तान का भी टेस्ट में बेस्ट स्कोर रहा। उन्होंने विराट कोहली का रिकॉर्ड तोड़ा, जिन्होंने 2019 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ पुणे में 254 रन की नॉटआउट इनिंग खेली थी। शुभमन एशिया के बाहर सबसे बड़ा स्कोर बनाने वाले एशियन प्लेयर भी बने। उन्होंने श्रीलंका के मारवान अटापट्टू का रिकॉर्ड तोड़ा, जिन्होंने 2004 में जिम्बाब्वे में 249 रन बनाए थे। विराट कोहली 2016 में वेस्टइंडीज के मैदान पर 200 रन बना चुके हैं।
शुभमन ने अपने टेस्ट करियर का पहला ही दोहरा शतक लगाया, लेकिन यह उन्होंने अपनी कप्तानी में किया। वे टेस्ट में डबल सेंचुरी लगाने वाले छठे भारतीय कप्तान बने। विराट कोहली, एमएस धोनी, सचिन तेंदुलकर, सुनील गावस्कर और मंसूर अली खां पटौदी भी बतौर कप्तान दोहरा शतक लगा चुके हैं। शुभमन ने इंग्लैंड में भारतीय कप्तान के रूप में भी बेस्ट स्कोर बनाया। उन्होंने मोहम्मद अजहरुद्दीन को पीछे छोड़ा, जिन्होंने 1990 में मैनचेस्टर के मैदान पर 179 रन की पारी खेली थी।