SIR बंगाल : दक्षिण 24 परगना जिले में 8.16 लाख से अधिक मतदाताओं को हटने के आंकड़े आए हैं सामने
कोलकाताः बंगाल में गुरुवार को मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) प्रक्रिया के तहत गणना फार्म स्वीकार करने की समय सीमा समाप्त होने के 24 घंटे के भीतर, चुनाव आयोग ने विधानसभा-वार मतदाता सूची से हटाए गए नामों के आंकड़े जारी कर दिए हैं। इन आंकड़ों के अनुसार, अब तक मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के विधानसभा क्षेत्र भवानीपुर में जितने नाम हटाए गए हैं, वह संख्या नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी के विधानसभा क्षेत्र नंदीग्राम से लगभग चार गुना अधिक है। चुनाव आयोग द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, भवानीपुर में मतदाताओं की संख्या (जनवरी 2025 में प्रकाशित सूची के अनुसार) 1,61,509 थी, जिसमें से 44,787 नाम हटाए गए हैं, जो लगभग 45,000 है। वहीं, सुवेंदु अधिकारी के नंदीग्राम में मतदाताओं की संख्या 2,78,212 थी, जहां 10,599 नाम मतदाता सूची से बाहर हुए हैं। इस संख्या को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा शुरू हो गई है।
2021 के विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी को नंदीग्राम में सुवेंदु अधिकारी से 1,956 वोटों से हार का सामना करना पड़ा था। बाद में ममता बनर्जी भवानीपुर उपचुनाव जीतकर विधान सभा पहुंची थीं। हटाए गए नामों को विभिन्न श्रेणियों में बांटा गया है, जैसे– मृतक, स्थानांतरित या एक से अधिक जगहों पर नाम होना। भवानीपुर से भी अधिक नाम कोलकाता के मेयर और मंत्री फिरहाद हाकिम के विधानसभा क्षेत्र कोलकाता पोर्ट में हटाए गए हैं, जिसकी संख्या 63,730 है। मंत्री अरूप विश्वास के टालीगंज में 35,309 नाम सूची से बाहर हुए हैं। भाजपा के अग्निमित्रा पाल के आसनसोल दक्षिण में 39,202 और शंकर घोष के सिलीगुड़ी में 31,181 नाम हटने के आकंड़े सामने आए हैं।
जिला-वार सबसे ज्यादा नाम दक्षिण 24 परगना में हटाए गए हैं, जहां यह संख्या 8,16,047 है। वहीं, राज्य की 294 विधानसभाओं में सबसे ज्यादा नाम उत्तर कोलकाता के चौरंगी में हटाए गए हैं, जहां 74,553 नाम बाहर हुए हैं। सबसे कम 5,678 नाम बांकुड़ा के कोतुलपुर विधानसभा में हटाए गए हैं। एसआइआर के पहले चरण में कुल 58 लाख से अधिक नाम सूची से हटाए गए हैं। चुनाव आयोग अगले मंगलवार को मसौदा मतदाता सूची प्रकाशित करेगा। इसके बाद काफी हद तक पता चल जाएगा कि राज्य में कितने नाम मतदाता सूची से हट सकते हैं।
