रायपुर में फिर बनेगा स्काई-वॉक, सरकार ने 37 करोड़ रुपए मंजूर किए, 12 जगहों पर लगेंगे एस्केलेटर

छत्तीसगढ़ : रायपुर में स्काई-वॉक का निर्माण फिर से शुरू होगा। अधूरे पड़े इस बहुचर्चित और विवादित प्रोजेक्ट के लिए PWD ने राशि मंजूर कर दी है। करीब 7 साल से अधूरे खड़े ढांचे को पूरा करने लोक निर्माण विभाग (PWD) ने टेंडर प्रक्रिया जारी की थी। रमन सिंह सरकार में जिस ड्राइंग डिजाइन के प्रोजेक्ट को अप्रूवल मिला था, काम शुरू हुआ लेकिन थोड़े काम हुए थे कि प्रदेश में सरकार बदल गई। आधे अधूरे काम होने के बाद कांग्रेस सरकार ने इस पर रोक लगा दी थी। जो साय सरकार में पूरी होने जा रही है। उसी आधार पर स्काई वॉक के निर्माण होगा। इसके लिए 37 करोड़ के बिल को शासन की स्वीकृति मिल गई है।
साल 2016 में जब रमन सिंह छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री थे उस दौरान शहर के मध्य शास्त्री चौक पर स्काई वॉक के लिए प्रोजेक्ट तैयार किया गया। बताया गया कि पैदल चलने वाली यात्रियों को ऊपर से सड़क पार करने की सुविधा मिलेगी। इससे उन्हें नहीं जाम में फसना होगा, साथ मे प्रोजेक्ट से दुर्घटना में भी कमी आएगी। लेकिन मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के दामाद डॉ पुनीत गुप्ता दाऊ कल्याण सिंह सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के अधीक्षक नियुक्त हो गए।
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि स्काईवॉक का निर्माण डॉ पुनीत गुप्ता के लिए करवाया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट के जरिए प्रदेश के सबसे बड़े डॉक्टर भीमराव अंबेडकर अस्पताल के मरीजों को आसानी से डीकेएस अस्पताल लाया जाएगा, क्योंकि डीकेएस हॉस्पिटल एक ऑटोनॉमस बॉडी की तरह काम कर रही थी और उसमें जांच लैब, डायलिसिस से लेकर दवा दुकान सब कुछ टेंडर के तहत निजी संस्थाओं द्वारा संचालित की जा रहा था। सरकारी अस्पताल होने के बावजूद भी मरीज से हर चीज के पैसे वसूले जाते थे। आरोप लगा कि यह सब कुछ कमीशन के चक्कर में हो रहा है। आरोप प्रत्यारोप और विरोध के कारण कई बार स्काईवॉक का काम रुका लेकिन लगभग 30 % काम पूरा हो गया लेकिन साल 2018 में भाजपा सत्ता से बाहर हो गई। इसके बाद कांग्रेस सरकार ने इस प्रोजेक्ट पर रोक लगा दी।जिस काम को अब विष्णु देसाई की सरकार ने दोबारा शुरू करवाने की स्वीकृत दी है।