‘आपके पूर्ववर्ती जो थे, उनको विदाई…’, राज्यसभा में सपा सांसद ने किया धनखड़ का जिक्र, जमकर हंगामा

संसद के शीतकालीन सत्र की आज से शुरुआत हो गई है. यह सत्र 19 दिसंबर तक चलेगा और इस दौरान संसद के दोनों सदनों की 15-15 बैठकें होंगी. विपक्षी दल एसआईआर, आंतरिक सुरक्षा और लेबर कोड पर चर्चा की मांग कर रहे हैं. दूसरी तरफ, सरकार चाहती है कि वंदे मातरम् पर चर्चा हो. शीतकालीन सत्र की हंगामेदार शुरुआत हुई है.

जेडीयू के राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर ने सभापति सीपी राधाकृष्णन का सदन में स्वागत किया. टीएमसी की ओर से डेरेक ओ’ब्रायन, सपा की ओर से जावेद अली खान, जॉन ब्रिटास ने भी सभापति का सदन में वेलकम किया. जावेद अली खान ने कहा कि उपसभापति जी ने बताया कि आप एक विचार के प्रति भी समर्पित रहे. लोकतंत्र के लिए भी लड़े. यह आपकी चॉइस है. आप हम सबके भी संरक्षक हैं. हमारा आपके प्रति आचरण कैसा होगा, वह सब तो रूल बुक में है. आप इस पद पर रहते हुए सदस्यों के अधिकारों का विशेष ध्यान रखेंगे. उन्होंने जगदीप धनखड़ का नाम लिए बिना कहा कि आपके जो पूर्ववर्ती थे, उन्हें विदाई देने तक का अधिकार हम सबको नहीं मिला. आप कोई मौका ऐसा निकालें, जब हम सभी उनको विदाई दे सकें.

राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सभापति का स्वागत कर कहा कि आप तो एस राधाकृष्णन के हमनाम हैं. आशा है, आप उनके हमखयाल भी होंगे. राज्यसभा में विपक्ष के नेता ने सभापति से कहा कि यह अपील करना चाहूंगा. आप अपने आसन से ज्यादा उस तरफ न देखें, उसमें खतरा है. आप इधर नहीं देखेंगे, तो भी खतरा है. आप दोनों तरफ संतुलन बनाए रखेंगे तो अच्छा होगा. आप जिस बैकग्राउंड से आए हैं, प्रधानमंत्री ने जिक्र किया. ठीक है, हम मानते हैं. लेकिन यह भी नहीं भूलना चाहिए कि आप कांग्रेस के घराने से आए हैं. प्रधानमंत्री जोरदार तकरीर करके बाहर आए हैं, इसका जवाब हम यहां देंगे. आपके सफल कार्यकाल की शुभकामना

संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा कि आप लोगों ने भूतपूर्व चेयरमैन के बारे में अनाप-शनाप भाषा का इस्तेमाल कर रिमूवल नोटिस दिया, क्या उसे भूल गए. चेयर की गरिमा को आप लोगों ने कितना तार-तार किया है. किसी चीज को रेफर मत कीजिए.

राज्यसभा में नेता सदन जेपी नड्डा ने कहा कि जिन बातों का जिक्र मल्लिकार्जुन खड़गे ने किए हैं, फेयरवेल और अन्य की, वह उचित नहीं. अगर इस बात पर चर्चा होगी कि इधर से कहा जाएगा कि आपने उनको चीयरलीडर कहा था, दो दो नोटिस दिए थे. आज इन सब बातों की चर्चा का समय नहीं है.

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