इंदौर के बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में रामनवमी पर बावड़ी की छत धंसने से 11 लोगों की मौत हो गई। 40 फीट गहरी बावड़ी में करीब 30 लोग गिरे थे। पुलिस ने रस्सियों की मदद से 18 लोगों को बाहर निकाल लिया। इनमें दो बच्चियां और सात महिलाएं हैं। डेढ़ और 11 साल के बच्चे सहित कुछ और लोगों के फंसे होने की आशंका है। बावड़ी में चार से पांच फीट पानी है। नगर निगम ने पानी निकालने के लिए तीन मोटर बुलवाई है। कुंए में जितने शव दिख रहे थे, उन्हें निकाल लिया गया है।
इंदौर कलेक्टर टी इलैया राजा ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए 11 डेडबॉडी निकाले जाने की पुष्टि की है। मृतकों में जिनकी पहचान हुई है, इनमें एक का नाम भारती कुकरेजा (65) निवासी साधु वासवानी नगर है। वह बेटी सोनिया के साथ मंदिर आई थी। बेटी सोनिया सीढ़ी से ऊपर आ गई। जबकि उनकी माताजी नीचे कीचड़ में फंस गई। मृतकों में एक की इंदर कुमार के रूप में पहचान हुई है।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, सपना संगीता रोड स्थित स्नेह नगर में हवन के दौरान हादसा हुआ। लोग बावड़ी की छत पर बैठे थे। वजन से उसकी छत टूट गई और लोग नीचे गिर गए। यह मंदिर करीब 60 साल पुराना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि इंदौर में हुए हादसे से बेहद आहत हूं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बात कर स्थिति की जानकारी ली। राज्य सरकार बचाव और राहत कार्य में तेजी से आगे बढ़ रही है।