मध्य प्रदेश के बैतूल में मिशनरी स्कूल में हंगामा हो गया. यहां बच्चों को माथे पर टीका लगाकर और हाथ में रक्षा सूत्र बांंधकर आने की मनाही है. जिन बच्चों के माथे पर टीका लगा था, उसे मिटा दिया गया. साथ ही जिन्होंने रक्षा सूत्र यानी कलावा बांधा था, उनका कलावा उतरवा दिया गया.
इस बात की जानकारी हिंदू संगठनों होने के बाद स्कूल में विवाद हो गया. हंगामा बढ़ता देख स्कूल प्रबंधन ने लिखित में माफी मांगी और इस प्रतिबंध को गलती मानते हुए हटा दिया.
दरसअल, बैतूल के आमला में सेंट थॉमस मिशन हाई सेकेंडरी स्कूल स्थित है. रोज की तरह मंगलवार को भी बच्चे स्कूल पहुंचे. कुछ बच्चे तिलक लगाए हुए थे और उनके हाथ में रक्षा सूत्र बंधा हुआ था. तो स्कूल प्रबंधन ने उनका तिलक मिटा दिया और रक्षा सूत्र उतरावा दिया.
यह जानकारी बच्चों के परिवार वालों को मिली. साथ ही यह जानकारी हिंदू संगठनों को कहीं से मालूम हो गई. इसके बाद सभी स्कूल पहुंचे और यहां पर जमकर हंगामा करने लगे. हंगामा होने पर पहले तो स्कूल प्रबंधन की ओर से कहा गया कि स्कूल में टीका लगाने और रक्षा सूत्र बांधकर आने पर रोक है.
हंगामा बढ़ता देखा स्कूल ने मांगी माफी
स्कूल प्रबंधन के सफाई देने पर भी परिजन और हिंदू संगठन लगातार विरोध करते रहे. इसके बाद स्कूल की ओर से लिखित में माफी मांगी गई और टीका-रक्षा सूत्र पर लगाया गया प्रतिबंध भी हटा लिया गया.
चार महीने से मिल रही थी शिकायत
हिंदू जागरण मंच के नितिन ठाकुर ने कहा कि हमें बीते चार महीने से सेंट थॉमस मिशन स्कूल की शिकायत मिल रही थी. पता चला था कि स्कूल के बच्चों को टीका लगाने और रक्षा सूत्र बांधने के लिए मना किया जाता है. इस मामले पर स्कूल में विरोध किया गया. इसके बाद स्कूल प्रबंधन ने माफी मांगी है. साथ ही भविष्य में ऐसा न करने का आश्वासन दिया है.
यह है पुलिस का कहना
डीपीसी बैतूल संजीव श्रीवास्तव का कहना है कि आमला में सेंट थॉमस मिशन हाई सेकेंडरी स्कूल में हंगामा हुआ था. वहीं, स्कूल के प्रिंसिपल का कहना है कि जो बच्चे फैंसी तिलक लगाकर आते हैं, केवल उन्हीं के तिलक को मिटाया जाता है. मामले में जांच की जा रही है. शिक्षा विभाग भी इसकी जांच कर रहा है, जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा.