महाराष्ट्र के नागपुर में हृदय रोग की दवा बनाने में इस्तेमाल होने वाले पाउडर के नाम पर लाखों की ठगी का मामला सामने आया है. यहां एक नाइजीरियन ने झांसा देकर दवा व्यापारी से ठगी कर ली. पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद मामले की जांच पड़ताल की. पुलिस ने इस गैंग के चार लोगों को गिरफ्तार किया है. उनके पास से कैश सहित लाखों का माल बरामद किया गया है.
आर्थिक शाखा के डीसीपी अर्चित चांडक ने बताया कि दवा विक्रेताओं से माल खरीदने का झांसा देकर 15.85 लाख रुपये की धोखाधड़ी की थी. साइबर पुलिस ने इस मामले में एक नाइजीरियाई को मुंबई से गिरफ्तार किया है उसके लिए काम करने वाले तीन आरोपी भी पकड़े गए हैं
पुलिस ने बताया कि निलेश जीवतोड़े नाम का शख्स दवा का निर्यात करता है कुछ समय पहले ही उन्होंने एक्सपोर्ट शुरू किया और अपने बिजनेस की वेबसाइट बनाई. इसी को लेकर नाइजीरियन शख्स ने नीलेश के कारोबार की जानकारी ली. छह सितंबर को उसने नीलेश के मोबाइल पर मैसेज किया और उसकी कंपनी को भारत में कोराडिक ऑर्गेनिक पाउडर को निर्यात करने का झांसा दिया.
इसके बाद सितंबर में आरोपी नाइजीरियन ने निलेश से संपर्क किया. उसने कहा कि वह हृदय रोग की दवा बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले पाउडर की विदेश में मांग है, यह पाउडर मुंबई के वैशाली कुमार बेचते हैं. नाइजीरियाई युवक ने निलेश को वैशाली से मिलकर पाउडर खरीदने को कहा. निलेश ने मुंबई जाकर पाउडर खरीदा.
इसके बाद नागपुर में नाइजीरियाई युवक ने पाउडर का सैंपल लिया. इसके बाद उसने 100 किलो पाउडर निर्यात करने का ऑर्डर दिया. यह प्रक्रिया पूरी करने के लिए 15.85 लाख भेजने को कहा. इस पर पेमेंट करने के बाद ना माल आया, ना निलेश के पैसे वापस मिले. ठगी का एहसास होने पर निलेश ने पुलिस से शिकायत की. पुलिस ने आरोपी के बैंक खाते फ्रीज करवा दिए.
पुलिस ने शिकायत के बाद मामले की जांच शुरू की. इसके बाद नाइजीरियन चिनोन्सो राफेल को गिरफ्तार कर लिया. उससे जुड़े अन्य तीन आरोपियों को भी पकड़ा है. तीनों आरोपी ठगी के लिए बैंक खाता उपलब्ध कराते हैं. उनके नाम पर 52 बैंक खाते हैं
राफेल इन खातों का इस्तेमाल करने के बदले में तीनों को रुपये देता था. वह करीब 6 साल से भारत में है. वीजा अवधि खत्म होने पर भी अवैध रूप से मुंबई में रहता है. उस पर सीआईडी ने भी ठगी का केस दर्ज किया था. राफेल के पास नाइजीरियन व रिबेलीया के पासपोर्ट हैं. पुलिस को दूसरे देश में भी ठगी का संदेह है. आरोपी ने 9 लाख रुपये नाइजीरिया के खाते में जमा किए हैं. पुलिस जब आरोपी को गिरफ्तार करने पहुंची तो उसने हमला कर भागने का प्रयास किया, लेकिन किसी तरह पुलिस आरोपी दबोच लिया.