ताजमहल के चारों तरफ क्यों लगाई गई है तुलसी, जानिए वजह ?

उत्तर प्रदेश : आगरा में स्थित ताजमहल को देखने के लिए पूरी दुनिया से लोग आते हैं। यह प्यार की निशानी माना जाता है। बादशाह शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज की याद में ताजमहल का निर्माण कराया था। ताजमहल दुनिया के सात अजूबों में से एक है। इसे 2007 में दुनिया के सात अजूबों में शामिल किया गया था। साल 1983 में इसे यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल के तौर पर नामित किया था। ताजमहल भारतीय वास्तुकला का एक अनूठा नमूना है। यह अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है। सफेद संगमरमर से बने इस मकबरे को बनाने में 22 साल का समय लगा था। ताज से जुड़ी कई रोचक और रहस्यमयी बाते हैं, जिनकी अक्सर चर्चा होती है। लेकिन क्या आपको पता है कि ताजमहल के आस-पास तुलसी के पौधे क्यों लगाए गए हैं?
ताजमहल के आस-पास तुलसी के पौधे लगाने की बड़ी वजह है, जिसके बारे में जानकर आप हैरान हो जाएंगे। तुलसी का पौधा हर दिन करीब 20 घंटे तक ऑक्सीजन और चार घंटे तक ओजोन गैस छोड़ता है। एक शोध के मुताबिक, तुलसी करीब 100 वर्ग मीटर में हवा को शुद्ध करती है, जिस कारण आस पास कोई भी कीड़े-मकोड़े नहीं आते हैं। तुलसी हवा में हानिकारक गैसों जैसे कार्बन डाई ऑक्साइड, सल्फर डाई ऑक्साइड और नाईट्रोजन ऑक्साइड को कम करती है। ताजमहल के आसपास फैले प्रदूषण की वजह उसका संगमरमर पीला हो जाता है। ऐसे में तुलसी वहां की हवा को साफ रखने में मदद करती है, जिससे ताजमहल की सफेदी और चमक बरकरार रहती है।
ताजमहल के आस पास तुलसी के पौधों से उसकी सुरक्षा होती है। तुलसी से निकलने वाला ओजोन गैस सूर्य की हानिकारक किरणों से ताजमहल को बचाने का काम करता है। साल 2009 में आगरा के वन विभाग ने ताजमहल के आस-पास प्रदूषण को रोकने के लिए हजारों तुलसी के पौधे लगाए थे।
तुलसी के पौधों के कारण ताजमहल के आस-पास कोई भी किटाणु या कीड़े नहीं आते हैं। इससे ताजमहल की दीवार और फर्श दोनों साफ रहती है।