तिरुपति मंदिर के कल्याण मंडपम में नमाज पढ़ने का Video, शख्स 10 मिनट तक परिसर में मौजूद रहा..
आंध्र प्रदेश के तिरुमाला स्थित तिरुपति बालाजी मंदिर में व्यक्ति के नमाज पढ़ने की घटना सामने आई। सोशल मीडिया पर उस व्यक्ति का एक वीडियो वायरल हो रहा है। घटना 22 मई की बताई जा रही है। यही शख्स मंदिर के बाहर खड़ी एक कार में भी नजर आ रहा है। दावा किया जा रहा है कि नमाज पढ़ने का यह वीडियो मंदिर परिसर में बने कल्याण मंडपम का है। हालांकि, टीटीडी ने इस मामले पर अभी तक कोई बयान नहीं दिया है। नमाज पढ़ते हुए शख्स को न तो मंदिर प्रशासन के लोगों ने रोका, न किसी और ने इस पर आपत्ति ली।इससे मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहे हैं। यह मुस्लिम व्यक्ति का गुरुवार दोपहर तमिलनाडु कार में आया था। मामला सामने आते ही तिरुपति एसपी हर्षवर्धन राजू मौके पर पहुंचे।। जहां उन्हें पता चला कि श्रद्धालुओं के एक ग्रुप के साथ तिरुमाला आए ड्राइवर ने नमाज पढ़ी थी। ड्राइवर की हरकतें सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गईं।
तिरुमाला हिंदुओं का एक बड़ा तीर्थस्थल है और यहाँ गैर-हिंदू धार्मिक कामों की मनाही है। मुस्लिम ड्राइवर तमिलनाडु से हिंदू यात्रियों के साथ आया था।
ALERT: A man offered Namaz for more than 10 mins near the Tirumala Kalyana Mandapam wearing a Hazrat cap. Shocked by the provocation, especially in the backdrop of Pahalgam attack, TTD Vigilance is engaged in identifying the person who offered Namaz. Car number plate noted. pic.twitter.com/v9ZJafDDIT
— Rahul Shivshankar (@RShivshankar) May 22, 2025
तिरुमाला पुलिस अब इस शख्स की तलाश कर रही है। ऐसा कहा जा रहा है कि वह व्यक्ति पहले ही तिरुमाला छोड़ चुका है। उसने ऐसा क्यों किया। तिरुमाला में कड़े नियमों के बावजूद उन्होंने प्रार्थना क्यों की? वह व्यक्ति कौन है? उसने यह काम जानबूझकर किया या नियमों की जानकारी के बिना। पुलिस इसकी जांच कर रही है।
हिंदुओं के अलावा बाकी धर्मों के लोग जो भगवान बालाजी के दर्शन करना चाहते हैं, उनके लिए तिरुपति मंदिर में घोषणापत्र पर साइन करने की एक प्रथा है। एपी राजस्व बंदोबस्ती-1 के तहत गैर हिंदुओं को दर्शन से पहले वैकुंठम परिसर में यह घोषणा करनी होती है। गैर-हिंदू श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश से पहले एक घोषणापत्र साइन करना जरूरी होता है, जिसमें वे भगवान वेंकटेश्वर में अपनी आस्था और मंदिर की परंपराओं का सम्मान करने का संकल्प लेते हैं। यह घोषणापत्र आमतौर पर वैकुंठम क्यू कॉम्प्लेक्स के 17वें कमरे में जमा किया जाता है।
