मुखबिरी के शक में ग्रामीण की हत्या, शव के पास फेंके पर्चे

क्षेत्रीय

छत्तीसगढ़ में नारायणपुर जिले के एक गांव में माओवादियों ने ग्रामीण की हत्या कर दी है। नक्सलियों ने ग्रामीण पर पुलिस की मुखबिरी का आरोप लगाकर पहले गला रेता, फिर पत्थर से सिर कुचल कर मौत की सजा दे दी। वारदात को अंजाम देने के बाद शव को गांव के ही नजदीक फेंक दिया। मामला फरसगांव थाना क्षेत्र का है।

जानकारी के मुताबिक, देर रात 10 से 15 की संख्या में हथियारबंद माओवादी जिले के कड़हागांव पहुंचकर ग्रामीण रामलाल पोटाई (27) को घर से उठाया। फिर जंगल की तरफ ले जाकर पहले उसकी पिटाई की गई। फिर धारदार हथियार से गला रेता, और पत्थर से सिर कुचल दिया। देर रात ही माओवादियों ने ग्रामीण के शव को गांव में फेंक दिया।

सुबह इस वारदात की जानकारी गांव के ग्रामीणों ने पुलिस दी। मौके पर पहुंचे जवानों ने शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा है। साथ ही इलाके की सर्चिंग की जा रही है। माओवादियों की पूर्व बस्तर डिवीजन कमेटी ने हत्या की वारदात को अंजाम दिया है।

शव के पास फेंके पर्चे

ग्रामीण की हत्या करने के बाद माओवादियों ने शव के पास पर्चे भी फेंके हैं। जिसमें ग्रामीणों के लिए लिखा है कि, जनविरोधी, जन दुश्मन और गद्दार मत बनो। अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मत मारो और अपनी ही उंगलियों से अपनी आंखें मत फोड़ो। मुखबिर बन कर अपनी संपत्ति लूटने वालों का साथ मत दो। लुटेरों का साथ छोड़ो और जल-जंगल-जमीन का मालिक बनकर जिओ। यदि मुखबिर बनोगे तो रामलाल जैसी सजा मिलेगी।