मौसम विभाग की चेतावनी… अगले 7 दिन तूफान, बारिश और ठंड का तिहरा असर
भारत में नवंबर का महीना आम तौर पर सर्द हवाओं और बदलते मौसम का संकेत देता है. लेकिन इस बार मौसम सामान्य नहीं है. समुद्र से उठ रही हलचलें, आसमान में बने बादल और उत्तरी भारत में बढ़ती ठंड,इन सबने मिलकर पूरे देश के मौसम को एक अलग ही मोड़ दे दिया है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की ताजा चेतावनी बताती है कि आने वाले दिनों में देश के कई हिस्सों को सतर्क रहने की जरूरत है. आईएमडी के मुताबिक, मलेशिया और मलक्का जलडमरूमध्य के पास बना निम्न दबाव का क्षेत्र अगले 48 घंटों में चक्रवाती तूफान में बदल सकता है. यह प्रणाली पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रही है और अगले 24 घंटों में दक्षिणी अंडमान सागर के ऊपर अवदाब का रूप ले सकती है. दक्षिणी अंडमान सागर और आसपास के इलाकों में हवाओं की गति तेज हो चुकी है. अनुमान है कि हवाएं 15 से 20 समुद्री मील से बढ़कर 30 समुद्री मील तक पहुंच सकती हैं. अभी समुद्र मध्यम स्थिति में है, लेकिन तूफान बनने के बाद स्थिति गंभीर हो सकती है.
IMD ने 30 नवंबर तक भारी बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है. तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक के तटीय हिस्सों में लगातार तेज वर्षा होने की आशंका है. अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में 26 से 28 नवंबर के बीच बहुत भारी बारिश हो सकती है, साथ ही 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा और गरज बिजली के साथ तूफान का खतरा है. तटीय आंध्र प्रदेश और यनम में 29 और 30 नवंबर को बेहद भारी बारिश हो सकती है. यह बारिश सिर्फ पानी नहीं लाएगी, बल्कि बाढ़, भूस्खलन और समुद्री लहरों के उग्र होने की संभावना भी बढ़ा सकती है.
उत्तर-पश्चिम भारत भी मौसम के बदलाव से अछूता नहीं रहेगा. जयपुर मौसम केंद्र के अनुसार, 27 और 28 नवंबर को एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिससे राजस्थान के कई हिस्सों में बादल छाने और हल्की बारिश होने की संभावना है. विशेषकर जोधपुर, उदयपुर और अजमेर संभाग में गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं. हालांकि बर्फीली ठंड पहले ही दस्तक दे चुकी है,सीकर में न्यूनतम तापमान 6.5°C दर्ज किया गया है.
