दिल्ली में रौद्र रूप में यमुना, हरियाणा के यमुनानगर में हथिनीकुंड बैराज से फिर छोड़ा गया लाखों क्यूसेक पानी

दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया. शहर के लिए चेतावनी का निशान 204.50 मीटर है, जबकि खतरे का निशान 205.33 मीटर है. लोगों को 206 मीटर पर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है.यमुना का जलस्तर 205.33 मीटर से ऊपर है और पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण बढ़ रहा है. मयूर विहार निवासी अशोक ने बताया कि नदी के पास रहने वाले लोगों के लिए तंबू लगाए गए हैं, जब बाढ़ आएगी तो वे बाहर आकर इन तंबुओं में रहेंगे. इस बीच, आईएमडी ने रविवार को कहा कि भारत ने अगस्त 2025 के दौरान दशकों में अपनी सबसे अधिक वर्षा दर्ज की है, जिसमें कई राज्यों में असाधारण वर्षा हुई है. जानकारी के मुताबिक पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण सोमवार को यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया, जिसके बाद अधिकारियों को हथिनीकुंड बैराज के द्वार खोलने पड़े. अधिकारियों के मुताबिक हथिनीकुंड बैराज में यमुना नदी में पानी का प्रवाह बढ़कर 3.29 लाख क्यूसेक हो गया, जो इस मानसून सीजन में दर्ज किया गया सबसे अधिक जल प्रवाह है. वहीं 2.5 लाख क्यूसेक से अधिक प्रवाह को “उच्च बाढ़” माना जाता है. हरियाणा के यमुनानगर में हथिनीकुंड बैराज के गेट खोले जाने से दिल्ली की ओर पानी का प्रवाह तेजी से बढ़ रहा है. बैराज से छोड़े गए पानी को दिल्ली पहुंचने में आमतौर पर करीब 48 घंटे लगते हैं. अधिकारियों ने बताया कि अलर्ट जारी कर दिया गया है और जिले तथा कुछ अन्य जिलों में यमुना के किनारे बसे गांवों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. हरियाणा में सोमवार को पंचकूला, यमुनानगर और अंबाला सहित कई जगहों पर भारी बारिश हुई, जिससे यमुना का जलस्तर और तेजी से बढ़ा है. हथिनीकुंड बैराज पर यमुना खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और यहां पर 3.29 लाख क्यूसेक पानी रिकॉर्ड किया गया है जिससे दिल्ली में भी बाढ़ आने का खतरा और प्रबल हो गया है. निचले कई इलाके जलमग्न हो सकते हैं.

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 31 अगस्त से 2 सितंबर तक नई दिल्ली में हल्की बारिश और बादल छाए रहने का अनुमान जताया है. 3 सितंबर के लिए “बारिश के साथ आंधी” का पूर्वानुमान जारी किया गया है, जबकि 4 और 5 सितंबर के लिए “बारिश या गरज के साथ बौछारें” का पूर्वानुमान जारी किया गया है.

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