शेख हसीना के विरोधी नेता हादी का अंतिम संस्कार हुआ, छात्र नेता बोले- शोक मनाने नहीं आए, सरकार 24 घंटे में जवाब दे
बांग्लादेश में शेख हसीना के विरोधी नेता उस्मान हादी को राष्ट्रीय कवि काजी नजरुल इस्लाम की कब्र के बगल में दफनाया गया। इससे पहले दोपहर 2:30 बजे संसद भवन के साउथ प्लाजा में जनाजे की नमाज अदा की गई। इसी बीच, इंकलाब मंच के सदस्य सचिव अब्दुल्ला अल जाबेर ने समर्थकों से जनाजे के बाद प्रदर्शन के लिए शाहबाग जाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “हम यहां शोक मनाने नहीं आए हैं। हम अपने भाई के लिए न्याय की मांग करने आए हैं।” जाबेर ने कहा कि हादी की हत्या में शामिल हमलावरों को घटना के एक सप्ताह बाद भी गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। उन्होंने सरकार से 24 घंटों के भीतर अब तक उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी देने की मांग की। संसद में नमाज के बाद अंतरिम नेता मोहम्मद युनूस ने भाषण दिया। उन्होंने कहा कि, “लाखों लोग आज यहां आए हैं। लोग सड़क पर लहरों की तरह उमड़ रहे हैं। लोग हादी के बारे में जानना चाहते हैं। हादी, हम आपको विदाई देने नहीं आए हैं। आप हमारे दिलों में बसे हैं। और हमेशा के लिए, जब तक बांग्लादेश अस्तित्व में रहेगा, आप सभी बांग्लादेशियों के दिलों में रहेंगे। इसे कोई नहीं मिटा सकता।”
हादी की मौत के विरोध में इंकलाब मंच और जमात के कट्टरपंथियों ने शुक्रवार को बेनापोल से भारत के बॉर्डर तक मार्च निकाला। उनका कहना था कि पूर्व पीएम शेख हसीना को बांग्लादेश को सौंपा जाए। चटगांव में चंद्रनाथ मंदिर के बाहर कट्टरपंथियों ने धार्मिक नारेबाजी की। इधर भारतीय सेना भी एक्टिव हो गई है और बांग्लादेश के हालात पर नजर बनाए हुए है।
