दुनिया की सबसे गर्म जगहें, जहां पर कुछ समय में ही हो सकती है मौत

दुनिया के कई देश इन दिनों भीषण गर्मी से तप रहे हैं। भारत के कई राज्यों में भी भीषण गर्मी और लू से लोग परेशान हैं। इन जगहों पर इतनी भयानक गर्मी पड़ती है कि किसी की जान भी जा सकती है। यह स्थान इतने गर्म होते हैं कि यहां पर 10 मिनट में इंसान बीमार पड़ सकता है या कुछ घंटों में ही उसकी मौत हो सकती है। दुनिया की सबसे गर्म स्थानों में अफ्रीका का सहारा रेगिस्तान भी शामिल है। इस स्थान का औसत तापमान 35 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। पूरे साल यहां 100 मिलिमीटर से भी कम बारिश होती है, जो न के बराबर है। सहारा रेगिस्तान में अधिकतम तापमान 58 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है, जबकि सतह का तापमान 76 डिग्री सेल्यिस रिकार्ड किया गया है। सहारा दुनिया का सबसे बड़ा गर्म रेगिस्तान है। अमेरिकी राज्य कैलिफोर्निया की डेथ वैली दुनिया की सबसे ज्यादा गर्म जगहों में से एक है। यहां पर 10 जुलाई 1913 में सबसे अधिक तापमान का रिकॉर्ड बना था। उस समय डेथ वैली के फरनेस क्रीक नामक जगह पर अधिकतम तापमान 56.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ था। फिलहाल यहां पर 37 से 40 डिग्री के बीच तापमान दर्ज किया जाता है। यहां पर गर्मी की कई वजहे हैं जिनमें सूरज की गर्मी, घाटी में गर्म हवाओं का बाहर नहीं जा पाना और फंसकर घूमते रहना है। इसके साथ ही इसके आसपास रेगिस्तान मौजूद हैं, जहां से गर्म हवाएं आती हैं। यहां के जलीय स्रोतों से ह्यूमिडिटी निकलती है, जिनकी वजहों से डेथ वैली में जानलेवा गर्मी पड़ती है।

चीन का फ्लेमिंग माउंटेन टकलामाकेन रेगिस्तान के उत्तरी इलाके में स्थित है। शिनजियांग प्रांत के तियान शान में स्थित लाल सैंडस्टोन्स की पहाड़ियों को फ्लेमिंग माउंटेंस या हुओयान माउंटेंस भी कहा जाता है। इस पहाड़ की लंबाई 100 किलोमीटर और चौड़ाई 5 से 10 किलोमीटर है। इस जगह गर्मी के दिनों में तापमान 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। बताया जाता है कि साल 2008 में इस इलाके में 66.8 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकाॅर्ड किया गया था, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं की गई है। लीबिया के उत्तर-पश्चिम इलाके में स्थित जाफरा जिले में ल अजीजिया एक छोटा सा कस्बा है। इस इलाके में बहुत ज्यादा गर्मी पड़ती है। आमतौर पर यहां का अधिकतम तापमान 35 से 40 के बीच रहता है, लेकिन 13 सितंबर 1922 में 58 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया था। लेकिन बाद में विश्व मौसम संगठन (WMO) ने साल 2012 में इसको गलत बताया था, क्योंकि उस समय तापमान मापने की सुविधा इस इलाके में नहीं थी। हालांकि, इस इलाके में गर्मी बहुत अधिक पड़ती है। अमेरिका से उत्तरी मेक्सिको तक यह रेगिस्तान फैला है। इस जगह पर जानलेवा गर्मी पड़ती है। इसके साथ ही यहां कैक्टस के पौधे हैं जो बेहद खतरनाक हैं। यह रेगिस्तान एरिजोना प्रांत में स्थित है जहां कुछ दुर्लभ जगुआर देखने मिलते हैं। यहां का औसत तापमान 46.1 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया जाता है।

 

 

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