कूनो से निकले चीतों का ग्वालियर-डबरा के बीच डेरा, भोजन की तलाश में घूम रहे

बीते 15 दिन से 2 चीते कूनो से निकलकर ग्वालियर के जंगलों की सैर कर रहे हैं. दोनों चीता भाई हैं. ये चीते बीते 5 दिन से दिन से ग्वालियर के डबरा और घाटी क्षेत्र में घूम रहे हैं. ग्वालियरडबरा के बीच दोनों चीतों को सड़क पर लोगों ने देखा तो रोमांचित हो गए. रोड पर इन चीतों के आसपास कुछ गायों को देखा गया. गायें भी बेफिक्र चीतों के बिल्कुल नजदीक खड़ी हैं. कूनो नेशनल पार्क में रहने वाले चीतों को आसपास के जिलों का इलाका काफी रास आ रहा है. 2 चीते ग्वालियर के डबरा और घाटी क्षेत्र में घूम रहे हैं. माना जा रहा है कि ये चीते भोजन की तलाश में घूम रहे हैं. इन चीतों को देखकर राहगीरों ने अपने कैमरे में भी क़ैद किया है. अभी तक चीतों को कूनो से निकलकर मुरैना, शिवपुरी जिले के जंगलों और खेतों में देखा गया.

चीते अब ग्वालियर में भी दस्तक देना शुरू कर चुके हैं. शुक्रवार को दो चीते डबरा तहसील के गोलार घाटी इलाक़े में घूमते दिखाई दिए, दोनों चीते शिकार की तलाश में सड़क पर पहुंच गए, जहां गायों की झुंड के पास उन्हें देखा गया. दूसरी तरफ, चीतों की एंट्री से ग्रामीणों में दहशत है. ये चीते दिनभर जंगल में आराम करते हैं. बीच-बीच में सड़क पर भी आ जाते हैं. करहिया गांव के ग्रामीण संतोष सिंह ने बताया “ये चीते कई आसपास के जंगल में घूम रहे हैं. घास जैसी जगहों पर आराम करते हैं और कभी सड़क पर घूमते हैं. चीतों ने गाय के बछड़े का शिकार भी किया है.”

इस मामले को लेकर वनमंडल के एसडीओ ने बताया “ये दोनों चीते केजीबी-3 और केजीबी-4 हैं, जो चीता गामिनी के शावक हैं. पिछले 5 दिन से इनका मूवमेंट घाटीगांव वन परिक्षेत्र में हैं. कूनो की मॉनिटरिंग टीम लगातार इनकी निगरानी कर रही है. चीतों का इस तरह घूमना एक नेचुरल मूवमेंट है. इससे इंसानों को कोई खतरा नहीं है. क्योंकि चीते शांत स्वभाव के प्राणी हैं. लेकिन फिर भी लोगों को इनसे सतर्क रहना चाहिए.”

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